मोतिहारी। आगामी 20 नवम्बर को नेपाल में होने वाले संघीय व प्रदेश चुनाव को लेकर बिहार-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आर्म्स, जाली नोट, ड्रग्स नारकोटिक्स, शराब तस्करी के साथ ही आपराधिक-असामाजिक तत्वों की घुसपैठ रोकने के लिए विशेष जांच अभियान चलाया जा रहा है। खुली सीमा से आने-जाने वाले लोगों व वाहनों की जांच व निगरानी तेज कर दी गई है। नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स व नेपाल पुलिस की डॉग स्क्वॉयड की टीमें भी जांच में सक्रिय है।नेपाल गृह मंत्रालय के प्रवक्ता फनीन्द्रमणि पोखरेल व नेपाल चुनाव आयोग के आयुक्त दिनेश कुमार थपलियाल ने शांतिपूर्ण चुनाव कराने को लेकर कई आवश्यक निर्देश जारी किया है। साथ ही भारत से भी सीमा क्षेत्र में सतर्कता बरतने का आग्रह किया गया है।
रक्सौल वीरगंज के बीच स्थित शंकराचार्य गेट, भारतीय व नेपाली कस्टम एरिया, मैत्री पुल, छोटी सिरिसिया सहित विभिन्न जगहों पर निरन्तर पैदल लोगों के अलावा दो पहिया, चार पहिया, रिक्शा, ई-रिक्शा, टेम्पू, तांगा आदि की सघन जांच की जा रही है। बॉर्डर पर भारत और नेपाल दोनों ओर संयुक्त रूप से चौकसी की जा रही है। संदिग्ध लोगों के सामान के साथ पहचान पत्र की जांच की जा रही है।चुनाव को लेकर 17 से 20 नवम्बर की मध्य रात्रि तक बार्डर रहेगी सील रहेगी।
उक्त आशय की जानकारी वीरगंज (पर्सा ) के एसपी रमेश कुमार बस्नेत व डीएम उमेश ढकाल ने देते हुए बताया कि बॉर्डर पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। मुख्य मार्गों के साथ ग्रामीण रास्तों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है। विभिन्न क्षेत्रों में चेकिंग प्वाइंट भी बनाये गए हैं। बताया गया कि बॉर्डर पर दोनों ओर एपीएफ व एसएसबी मुस्तैद है।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों रक्सौल व बीरगंज में सीमा क्षेत्र के उच्चाधिकारियों की मीटिंग के बाद यह सक्रियता बढ़ाई गई है। अधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीमा पार नेपाल के पर्सा और बारा जिला में बॉर्डर से लगे मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील घोषित कर दिया गया है। इसे लेकर नेपाल पुलिस, नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स, मियादी पुलिस समेत कुल 3300 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है।