नवादा। सूदखोरों के प्रताड़ना से तंग आकर जहर खाकर जान गंवाने वाले केदार लाल गुप्ता समेत परिवार के कुल 6 सदस्यों का अंतिम संस्कार शुक्रवार को किया गया। नवादा नगर के बिहारी घाट पर खुरी नदी के तट पर सभी का अंतिम संस्कार किया गया। मौके पर परिवार के सदस्यगण और नाते_रिश्तेदार मौजूद थे। इस कुल के एक बचे चिराग अमित गुप्ता ने मां_पिता,भाई और 3 बहनों को एक साथ मुखाग्नि दी। इसके पूर्व सभी की एक साथ शव यात्रा निकली तो जानने और देखने वालों की आंखें नम हो गई। परिवार के लोगों की मौत की सूचना बाद पुत्र अमित नवादा पहुंचा था।
जिनसे कर्ज लिया है, वे लाेग परेशान कर रहे हैं। जीना मुश्किल हो गया है- अमित
शवों को मुखाग्नि देने के बाद अमित ने सूदखोरों की प्रताड़ना की जानकारी देते हुए बताया कि पापा से अक्सर बात होती थी। वे बताते थे कि जिनसे कर्ज लिया है, वे लाेग परेशान कर रहे हैं। जीना मुश्किल हो गया है। अमित ने बताया कि पापा ने कहा था कि सूदखोर भाई व बहन को उठा लेने की धमकी दे रहे थे। सबसे अधिक मनीष सिंह नामक सूदखोर ने ज्यादा परेशान कर रखा था। घटना के बाद नगर पुलिस एक्शन में है और अब तक 3 लोगों को धर दबोच कर पूछताछ कर रही है।
उल्लेखनीय हो कि सूदखोरों से तंग आकर केदार लाल गुप्ता ने अपनी पत्नी अनिता देवी, पुत्र ध्रुव गुप्ता उर्फ प्रिंस, बेटियां साक्षी, गुड़िया और शबनम के साथ घर से बाहर शोभ कृषि फार्म इलाके में जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। दो की मौत घटना स्थल पर ही हो गई थी। शेष चार की मौत इलाज के दौरान हुई थी।
कर्ज के बोझ तले दबा था परिवार
पुलिस की शुरआती जांच में यह बात सामने आई कि मृतक केदार लाल कई लोगों से सूद_ब्याज पर काफी पैसा ले रखे थे। 10_12 लाख रुपए कर्ज था। रोज तकादा और झंझट से मुक्ति पाने के लिए ऐसा कदम उठाया।
सुसाइडल नोट्स ने खोले कई अहम राज
मृतक केदार लाल का एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उन लोगों के नाम का जिक्र है। जिसके तकादा से वे परेशान थे। उन नामों में ने एरिया के मनीष सिंह, विकास सिंह, विजय सिंह, डॉ पंकज सिन्हा, टुनटुन सिंह खटाल संचालक तथा गढ़पर के रंजीत सिंह का नाम है। पुलिस इन सभी को थाने बुलाकर जांच पड़ताल कर रही है। एक व्यक्ति टुनटुन सिंह को हिरासत में लिया गया है। दो को पूछताछ के बाद मुक्त कर दिया गया है।