पटना। बिहार में तीन नवम्बर को होने वाले मोकामा और गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र उप चुनाव के प्रचार का शोर मंगलवार शाम थम गया। इन दोनों जगहों पर महागठबंधन और भाजपा में सीधी टक्कर है। प्रचार अभियान के अंतम दिन उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दोनों जगह मोकामा और गोपालगंज में चुनावी सभाएं की। उनके साथ जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, जदयू संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेन्द्र कुशवाहा सहित राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी समेत कई नेता रहे।
तेजस्वी यादव मोकामा में मकेर और घोसवारी की जनसभाओं को संबोधित किया। मोकामा में जनसभाओं को संबोधित करने के बाद तेजस्वी गोपालगंज के लिए रवाना हुए। गोपालगंज के उचका गांव के मेला मैदान में उनकी जनसभा हुई। उन्होंने पटना में कहा कि हम लोगों के साथ अब्दुल बारी सिद्दीकी, उपेंद्र कुशवाहा और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संदेश भी दोनों क्षेत्रों में गया है । हम लोगों को पूरी उम्मीद है कि दोनों सीटों पर राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार को जनता जीत दिलाएगी।
लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में जमकर चुनाव प्रचार किया
लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जमुई सांसद की भी एंट्री इस उप चुनाव में हो गई। दोनों ही जगहों पर उन्होंने भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में जमकर चुनाव प्रचार किया। सोमवार को चिराग ने मोकामा विधानसभा इलाके में एक बड़ा रोड शो किया था। इनके साथ पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा भी थे। मंगलवार को चिराग ने गोपालगंज चुनावी सभा को संबोधित किया।
लोजपा (रामविलास) के प्रदेश प्रवक्ता प्रो. विनीत सिंह ने कहा कि मोकामा में 12 हजार पासवान मतदाता हैं। इनके अलावा चार हजार रविदास वोटर्स भी हैं, जो महादलित में आते हैं। दावा किया जा रहा है कि मोकामा में रोड शो करने के बाद इनके वोट भाजपा उम्मीदवार को ही जाएंगे। चिराग पासवान की एंट्री के बाद वहां का समीकरण ही बदल गया है। इसी तरह गोपालगंज में भी दलितों की संख्या 35 हजार के करीब है।इनके वोट भी भाजपा उम्मीदवार को ही जाएंगे। प्रदेश प्रवक्ता के अनुसार अब दोनों ही सीटों पर मुकाबला कड़ा हो गया है। बावजूद इसके जीत का अंतर बड़ा होगा। दोनों ही जगहों पर भाजपा के ही उम्मीदवार अपनी जीत दर्ज करेंगे।
नीतीश कुमार दोनों में से किसी जगह पर चुनाव प्रचार के लिए नहीं गए हैं और उन्होंने पटना से ही संदेश जारी कर दोनों जगह के महागठबंधन के उम्मीदवार को जीताने की अपील जरूर की है। इसलिए इस उपचुनाव में महागठबंधन की ओर से स्टार प्रचारक तेजस्वी यादव ही हैं। मोकामा के बाहुबली अनंत सिंह जेल में रहकर ही पत्नी नीलम देवी के लिए रणनीति बना रहे हैं। गोपालगंज की लड़ाई इसलिए दिलचस्प हो गई है कि वहां तेजस्वी यादव की सगी मामा यानी साधु यादव की पत्नी इंदिरा यादव मैदान में हैं।
प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने नीतीश कुमार के चुनाव प्रचार में नहीं जाने पर कटाक्ष किया है। कहा है कि दोनों जगह से महागठबंधन के उम्मीदवार हार रहे हैं। इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुनाव प्रचार करने नहीं जा रहे हैं। विजय सिन्हा ने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर फेल है। अब बिहार की जनता नीतीश कुमार को पसंद नहीं कर रही है। दोनों जगहों से बीजेपी के उम्मीदवार जीतेंगे।