गुमला । गुमला जिला प्रशासन की पहल पर अब फीफा अंडर-17 महिला विश्वकप फुटबॉल मैच का आनंद भारतीय टीम की कप्तान अष्टम उरांव के माता-पिता व परिजन अपने घर में उठाएंगे। प्रशासन की ओर से अष्टम उरांव के घर में टीवी लगवाया गया है। टीवी के माध्यम से वे अपनी बेटी को फुटबॉल खेलते देख सकेंगे। घर में टीवी लगने से भारतीय टीम की कप्तान के माता पिता काफी खुश है।
उल्लेखनीय है कि फीफा अंडर-17 विश्व कप की मंगलवार से शुरुआत हो रही है। भुवनेश्वर में भारत और अमेरिका के बीच मुकाबला होगा। गुमला जिला से 60 किमी दूर बिशुनपुर प्रखंड के बनारी गोर्राटोली की रहने वाली अष्टम उरांव भारतीय महिला टीम की कप्तान हैं। इसलिए गांव वाले चाहते थे कि अष्टम उरांव को इस इंटरनेशनल मुकाबले में खेलते हुए टीवी पर देखें।
अष्टम उरांव के पिता हीरालाल उरांव ने कहा कि आज मुझे अपनी बेटी पर बहुत गर्व है, जो पूरे दुनिया में नाम रोशन कर रही है। उन्होंने बताया कि गरीबी के कारण किसी प्रकार उन्होंने बच्चों की परवरिश की। शिक्षा एवं संस्कार देने का भरपूर प्रयास किया, जिसका नतीजा आज सामने है। बिशुनपुर जैसे जगहों में खेल की कोई सुविधा नहीं होने के बावजूद वह आज भारतीय महिला टीम का कप्तान बन गयी। इससे मुझे गर्व महसूस हो रहा है। अष्टम उरांव की मां तारा देवी ने बताया कि अष्टम शुरू से ही एक जुझारू बच्ची है, वह जिस काम को ठान लेती है। उसे पूरे मन के साथ करती है। यही वजह है कि आज वह इस मुकाम तक पहुंच पायी है।
जिला खेल अधिकारी हेमलता बुम और बीडीओ छंदा भट्टाचार्य मंगलवार को अष्टम उरांव के घर पहुंचे। वहां अपनी उपस्थिति में एलसीडी टीवी और इन्वर्टर भी लगवाया। इससे अष्टम की मां तारा देवी और पिता हीरालाल उरांव सहित गांव के लोग वहां की बेटी को नेशनल ग्राउंड में फुटबॉल मैच खेलते देख सकेंगे।
मौके पर जिला खेल अधिकारी हेमलता बुन ने बताया कि खबरों के माध्यम से जानकारी मिली कि अष्टम उरांव के घर टीवी नहीं है। इसपर तत्काल टीवी लगवाया गया।अब पूरे परिवार के लोग टीवी में अपनी बेटी को देश के लिए खेलते देख पायेंगे। उन्होंने कहा कि बिशुनपुर जैसे सुदूरवर्ती जगहों में खेल की कोई सुविधा नहीं होने के बावजूद वह भारतीय महिला टीम का कप्तान बन गयी, यह गुमला जिले के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। साथ ही उन्होंने अष्टम उरांव को शुभकामनाएं भी दी।