पश्चिमी सिहंभूम (चाईबासा )। भाकपा माओवादी के केन्द्रीय कमिटि सदस्य और एक करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा के दस्ते के साथ पुलिस की बुधवार को मुठभेड़ हुई। पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली घने जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले। सर्च अभियान के दौरान पुलिस ने नक्सलियों के कैंप को ध्वस्त किया है।
आईजी अभियान एवी होमकर ने बुधवार को बताया कि चाईबासा जिले के सारडा – कोल्हान भीषण जंगली क्षेत्र माओवादियों के इस्टर्न रिजनल ब्यूरो का हेडक्वार्टर है, जहां एक करोड़ के इनामी नक्सली नेता मिसिर बेसरा उर्फ सागर और असीम मंडल रणनीति बनाकर विध्वंसक कार्रवाई को अंजाम देते हैं। इसे लेकर टोन्टो थानान्तर्गत रेंगराहातु ग्रामीण वन क्षेत्र में भाकपा माओवादी के एक करोड़ के इनामी मिसिर बेसरा उर्फ सागर के मारक दस्ता के 25 लाख के इनामी सैक सदस्य अजय महतो के दस्ते के जमावड़े की सूचना पर संयुक्त टीम का गठन किया गया।
टीम में सीआरपीएफ, कोबरा और चाईबासा पुलिस को शामिल किया गया। अभियान के दौरान जंगली क्षेत्र का सघन जांच करते हुए बुधवार को टीम आगे बढ़ रही थी। इसी दौरान घात लगाये हुए माओवादियों ने सुरक्षा बल पर अंधाधुन्ध गोलीबारी शुरू कर दी। नक्सलियों की गोलीबारी पर जवाबी कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने अदम्य साहस का परिचय दिया। अभियान दल को भारी पड़ता देख माओवादी नेता अपने दस्ता सदस्यों के साथ भाग खड़े हुए।
आईजी ने बताया कि मुठभेड़ के बाद इलाके को चारों तरफ से घेराबंदी कर सघन सर्च ऑपरेशन चलाया गया। माओवादियों के खिलाफ काफी लम्बे अरसे बाद इस इलाके में हुई कार्रवाई में उनका कैम्प ध्वस्त कर दिया गया है। घटनास्थल से छह टेन्ट, चार वर्दी, दो पिट्टू, नक्सल साहित्य, झंडा, बैनर, बर्तन एवं दैनिक उपयोग का समान बरामद किया गया है। माओवादियों के खिलाफ चलाये गये इस रणनीति युक्त संयुक्त कार्रवाई से माओवादियों को काफी नुकसान पहुंचा है। कोल्हान क्षेत्र में सुरक्षा बलों के लिए इस भीषण बारिश में यह बहुत बड़ी सफलता है।
उल्लेखनीय है कि बीते मंगलवार को झारखंड-छतीसगढ़ सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़ में भी नक्सलियों के कैम्प को ध्वस्त किया था। इस दौरान काफी संख्या में लैंड माइंस, गोली एवं अन्य विस्फोटक सामान बरामद किया गया था।