नवादा। जिले के वारसलीगंज थाना क्षेत्र में पंचायत ने एक नाबालिग मासूम के दुष्कर्म की कीमत 11 हजार रूपए लगाई। पर दुष्कर्मी अधेड़ ने वह भी नहीं दिया। तब मामला 12 दिन बाद शुक्रवार को थाना पहुंचा। इस पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि पंचायत बैठाने और आरोपित को बचाने का षड्यंत्र रचने के आरोपित मुखिया पति अजीत यादव, धारो यादव और केदार महतो अब भी पुलिस पकड़ से दूर है।
जानकारी अनुसार पीड़िता 9 साल की बच्ची है। जबकि दुष्कर्मी 50 साल का अधेड़ है। घटना 21 अगस्त की बताई गई है। पीड़िता परिवार कमजोर गरीब वर्ग के है। आरोपित पक्ष गांव के दबंग समाज से आता है। घटना के दिन पीड़िता अपने घर के पास बर्तन मांज रही थी।तभी आरोपित सोहर यादव वहां पहुंचा और बच्ची को यह कहा कि पिता तुम्हें आहर पर बुला रहा है। उसकी बात पर यकीन कर बच्ची आहर की ओर चली गई। जहां आरोपित ने उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया।वहां से घर आकर पीड़िता ने परिजनों को सूचना दी। परिजन पुलिस के पास शिकायत करने की तैयारी में थे। तब गांव में पंचायत बैठाकर आरोपित पर 11 हजार रुपये जुर्माना कर मामले को रफा-दफा कर दिया गया। बाद में आरोपित रुपये देने से मुकर गया। तब पीड़ित परिजन शुक्रवार को थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने पॉक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया थानाध्यक्ष आशीष कुमार मिश्रा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया है। अन्य की तलाश जारी है। पीड़िता को चिकित्सीय जांच के लिए सदर अस्पताल नवादा भेजा गया है। इस घटना की व्यापक निंदा की जा रही है।