पटना। सीबीआई ने बुधवार को राजद के पांच नेताओं के घर सहित 25 ठिकानो पर एक साथ छापेमारी की है। यह छापेमारी जमीन के बदले रेलवे में रोजगार घोटाले से जुड़ा है। महागठबंधन सरकार के बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान छापेमारी से राज्य में सियासी पारा चढ़ गया है। सीबीआई के छापेमारी पर लालू यादव के बेटी रोहणी आचार्य ने कहा कि फ्लोर टेस्ट के पहले ही नीचता पर आ गए है और अपने पोसुआ को डराने के लिए भेज दिया है। वहीं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि सौ सुनार की एक लोहार की। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि हम चुप बैठने वाले लोगो में से नहीं है।
सीबीआई की टीम ने बिहार में राजद के पांच नेताओं के घर समेत 25 ठिकानों घर छापा मारा है। इनमें दो राज्यसभा सांसदों के अलावा पूर्व विधायक और राजद के फाइनेंसर अबु दोजाना, एमएलसी सुनील सिंह भी शामिल हैं। टीम गुरुग्राम के एक मॉल भी पहुंची, जो उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बताया जा रहा है। इसे दोजाना की कंपनी बना रही है। इनके अलावा लालू यादव के करीबी और बालू माफिया सुभाष यादव के घर भी छापा मारा गया है। यह मामला जमीन के बदले रेलवे में रोजगार घोटाले से जुड़ा है।
सीबीआई की टीम सुबह 8 बजे अबु दोजाना, राजद के राज्यसभा सांसद अशफाक करीम, सांसद फैयाज अहमद और राजद के कोषाध्यक्ष और एमएलसी सुनील सिंह के घर पहुंची। छापे के दौरान सुनील सिंह अपने घर की बालकनी में नजर आए। सुनील और उनकी पत्नी ने छापों को बदले की कार्रवाई बताया है। सुनील सिंह ने कहा कि मुझे बाहर कर दिया गया और मेरे घर में घुस गए। वहीं अबु दोजाना के ठिकाने पर अभी छानबीन जारी है। दोजाना की कंपनी उस मॉल का कंस्ट्रक्शन कर रही है, जिसे तेजस्वी यादव का बताया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि जमीन के बदले नौकरी मामले में सीबीआई ने तीन महीने पहले केस दर्ज किया था। इसके बाद राबड़ी आवास पर छापेमारी की गई थी। इसमें तेजस्वी यादव के कमरे से कई दस्तावेज सामने आने की बात कही गई थी। इस छापेमारी के बाद ही लालू यादव के सबसे करीबी माने जाने वाले भोला यादव को गिरफ्तारी किया गया था। भोला यादव से पूछताछ के बाद सीबीआई की यह कार्रवाई हो रही है।सीबीआई की छापेमारी को लेकर राजद समेत महागठबंधन की सभी पार्टियां भाजपा पर हमलावर हो गयी हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वे छापेमारी से जुड़े हर प्रश्न का जवाब सदन में देंगे।