गढ़वा। सगी बहन के द्वारा पति संग मिलकर बहन की बलि देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। घटना नगर उंटारी श्री बंशीधर नगर शहर के वार्ड नंबर 6 में मंगलवार सुबह की है। पांच दिन बाद रविवार को यह मामला सामने आने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को हिरासत में लेकर पुछताछ कर रही है। बताया जाता है कि। जादू टोना के चक्कर में विवाहिता गुड़िया देवी (26) को उसकी सगी बहन ललिता देवी और बहनोई दिनेश उरांव ने उसके पति मुन्ना उरांव के सामने ही बलि दे दी। घटना में गुड़िया देवी का पहले जीभ काटा गया। फिर प्राइवेट पार्ट के जरिये उसके यूटेरस और अंतड़ी को भी बाहर निकाल लिया गया, जिससे तड़प-तड़प कर उसकी मौत हो गयी। मृतका गुड़िया देवी की बहन ललिता देवी और बहनोई दिनेश उरांव दोनों मेराल थानांतर्गत दिलेली गांव के रहने वाले हैं।
घटना के सबंध में मृतका के पति मुन्ना उरांव ने बताया कि उसके पड़ोसी रामशरण उरांव उर्फ गोटा के घर पर एक सप्ताह पूर्व दिलेली निवासी उसके साढ़ू दिनेश उरांव और उसकी पत्नी ललिता देवी दोनों आये थे। इसी दौरान तंत्र मंत्र के लिए ललिता ने अपनी बहन गुड़िया देवी और बहनोई मुन्ना उरांव को सपरिवार रामशरण उरांव उर्फ गोटा के घर पर बुलाया।तीन-चार दिन लगातार तंत्र मंत्र करने के बाद विगत मंगलवार की सुबह सास, पति, देवर और देवरानी के आंखों के सामने बहन और बहनोई आदि ने मिलकर गुड़िया देवी की बलि दी दी। मौत के बाद आनन-फानन में बहन बहनोई व अन्य उसके शव को लेकर मायके रंका चले गये और वहां शव को जला दिया। तंत्र मंत्र के चक्कर में अपनी सगी बहन की बलि देने वाली ललिता देवी ने घटना का विरोध करने पर बहन की देवरानी उषा देवी पर भी हमला किया। मृतका की देवरानी के सामने सब कुछ घटित हुआ ह। वह काफी डरी हुई है। उषा देवी ने बताया कि सब कुछ उसकी आंखों के सामने हुआ।
उषा ने बताया कि वह रामशरण उरांव के घर नहीं जा रही थी लेकिन उसकी जेठानी गुड़िया देवी उसे जबरन उसे और उसके पति शंभू उरांव को भी ले गयी। वहां जाने पर उसकी जेठानी खेलने लगी और उस पर भी खेलने का दबाव बनाया गया। जब उसने कहा कि उसे कोई भूत प्रेत नहीं लगा है तो उसे उसकी जेठानी ने बांस के डंडे से मारा, जिससे वह बेहोश हो गयी। थोड़ी देर बाद जब होश में आई तो देखा कि उसकी जेठानी के मुंह में हाथ डालकर उसकी बहन ने जीभ को खींचकर बाहर निकाला और काट दिया। अंतड़ी और यूटेरस भी बाहर निकाल लिया। इसके बाद जेठानी की मौत हो गई। बहन बहनोई व अन्य लोग उसे इलाज के बहाने रंका ले गए और वहीं जला दिया। उषा देवी ने बताया कि जब उसने इसका विरोध किया तो उसे बुरी तरह मारा पीटा गया। उसने किसी तरह अपनी जान बचाई।
महिला की बलि देने की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी योगेन्द्र कुमार रविवार को उरांव टोला पहुंचे और मामले की छानबीन की। घटनास्थल का जायजा लेने के बाद थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार ने मृतका के पति मुन्ना उरांव और रामशरण उरांव उर्फ गोटा के दो पुत्र व दो बहू समेत पांच लोगों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस सभी लोगों से पूछताछ कर रही है। एसडीपीओ प्रमोद केसरी ने बताया कि उरांव टोला निवासी मुन्ना उरांव की पत्नी गुड़िया देवी के मर्डर का मामला प्रकाश में आया है। कुछ लोगों को पूछताछ के लिए लाया गया है। जांच की जा रही है।