नवादा। शराब मामले में गिरफ्तार एक कैदी की पेशी के दौरान सोमवार को नवादा व्यवहार न्यायालय में मौत् हो गई। इससे प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। वरीय पुलिस पदाधिकारी कोर्ट परिसर में पहुंचकर मामले की जांच की। वहीं मृतक के परिजनो ने पिटाई का आरोप लगाते हुए जमा गांव के पास सड़क जाम कर दिया। जानकारी अनुसार शाहपुर ओपी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर रिमांड के लिए एक्साइज कोर्ट भेजा था। जहां पेशी के दौरान उसकी तबीयत बिगड़ गई और कुछ देर में मौत हो गई। ओपी प्रभारी विभा कुमारी ने बताया कि ओपी क्षेत्र के बोझवां गांव निवासी बौराही मांझी(55) और उसके भाई को शराब के नशे में गिरफ्तार किया गया था।
मृतक की भाभी शोभा देवी ने बताया कि शाहपुर पुलिस घर में शराब की सूचना तलाश करने आए और कहे कि आप लोग शराब बनाते हैं. जिसके बाद पूरी घर की तलाश की गई। जहां पर कुछ भी बरामद नहीं किया ।अंत में हमारे देवर पुलिस पर खूब बोलना शुरू कर दिया ।उसी दौरान पुलिस ने पकड़ कर अपने साथ ले गए। जिसके बाद हमारे देवर को थाना में ले जाकर जमकर पिटाई की गई। जिसके कारण उनकी हालत गंभीर हो गई। पेशाब व शौच भी नहीं कर पा रहे थे।
उन्होंने कहा कि हम लोगों ने कहा कि हमारे देवर का कोई गुनाह नहीं छोड़ दीजिए। लेकिन पुलिस ने सीधा पकड़कर नवादा कोर्ट ले गए। जहां पर पेशी के दौरान देवर की मौत हो गई। परिवार ने सीधा आरोप लगाया है कि पुलिस की पिटाई से ही मांझी की मौत हुई है।
परिजन का आरोप है कि मौत के बाद घंटों तक पुलिस सिविल कोर्ट में शव को रखे रही और फिर पोस्टमार्टम के लिए पटना भेजा गया है। इस मामले को हत्या करार देते हुए मांझी को पीटने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध शिकायत दर्ज करने की मांग की गई है।