पटना। राजद उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने लालू प्रसाद यादव को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को पार्टी की कमान सौंपने की सलाह दी है। उन्होंने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट लिखा है कि अनेक अवसरो पर मैने उनको सलाह दी है, लेकिन अनकी अनदेखी हुई। इससे उनको तो नुकसान हुआ ही, सामाजिक न्याय आंदोलन को भी धक्का लगा है। तिवारी ने पोस्ट पर उम्मीद जताई है कि पिछली गलतियों को सुधार कर लालू उनकी सलाह मान लेंगे और तेजस्वी को पार्टी की पूरी कमान सौंप देंगे। मालूम हो कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद तीन महीने बाद बिहार पहुंचे है।
शिवानंद तिवारी का कहना है कि तेजस्वी यादव को ये कमान संभालने की जिम्मेदारी मिलनी चाहिए, जिसमें वे तय कर सके कि विधानपरिषद या राज्यसभा किसे भेजा जाए। उनका कहना है कि युवाओं के बीच तेजस्वी की पैठ है। चुनाव के दो रिजल्ट में साफ हो गया था। 2020 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन से लेकर नेतृत्व तक का भार तेजस्वी ने संभाला था। इसका फायदा भी राजद को मिला था।
शिवानंद तिवारी ने कहा है कि जब लालू यादव ने अपने राजनीतिक वारिस के रूप में तेजस्वी यादव को चुना तो राजद ने संपूर्ण हृदय से इसको स्वीकार किया। यह जरूरी भी था। क्योंकि, बिहार देश का सबसे युवा प्रदेश है। बिहार की पूरी आबादी में 58 फीसदी आबादी 25 बरस से नीचे वालों की है। इस आबादी के सपनों और आकांक्षाओं को लालू प्रसाद सहित हम पुरानी पीढ़ी के लोग नहीं समझते हैं। समय बदला है। यह आबादी गांवों के उन पुराने मुहावरों और कहावतों को नहीं समझती है, जिसके महारथी लालू हैं।