पटना। बिहार सरकार ने राज्य पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार धीरज उर्फ धीरज यादव को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई है। मालूम हो कि मंगलवार को नरेंद्र कुमार धीरज के बेउर सहित उनके भाईयों और भतीजे के भोजपुर स्थित नौ ठिकानो पर आर्थिक अपराध इकाई ने छापेमारी की थी, जिसमें आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले उजागर हुए थे।
नरेन्द्र कुमार धीरज पर भ्रष्टाचार के जरिए अपने और अपने परिवार-रिश्तेदारी के लोगों के नाम पर करोड़ों रुपये की संपत्ति जुटाने, भ्रष्टाचार से धन अर्जित करने का आरोप है। इस मामले में न सिर्फ धीरज, बल्कि उनके भाइयों और भतीजे के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई थी। इओयू ने इस दौरान कई प्रकार के दस्तावेज और अनियमितता का खुलासा किया था जो आय से अधिक संपत्ति से जुड़ा था। इस मामले में धीरज पिछले कई महीनों से जांच एजेंसी उनकी अनियमितता और भ्रष्टाचार को खंगालने में जुटी थी। ईओयू के मुताबिक संपत्ति उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से 544 फीसदी अधिक है।
ईओयू ने वर्ष 2021 में भी धीरज के पटना, अरवल और आरा में नौ जगहों पर एक साथ छापेमारी कर 9.47 करोड़ रुपये की संपत्ति का पता लगाया था। धीरज ने अपने पद और शक्ति का दुरुपयोग करके कमाए गए धन से अर्जित की है। धीरज के पास करीब 20 ट्रक, बस और अन्य वाहन भी हैं। ईओयू के अनुसार धीरज ने 13 मई 1988 को नालंदा जिला पुलिस में एक कांस्टेबल के रूप में सेवा में प्रवेश किया और वर्तमान में वह पटना में तैनात है।