रामगढ। पुलिस ने टीपीसी नक्सली संगठन के मंसूबे को विफल कर ठेकेदारो से 50 लाख की लेवी मांगने वाले संगठन के पांच सदस्यो को गिरफ्तार किया है। इन लोगो पर 12 मई की रात बासल थाना क्षेत्र के सिमरा नदी पर निर्माणाधीन पुल पर मजदूरो के साथ मारपीट, आगजनी तथा फायरिंग कर रंगदारी मांगने का आरोप है। एसपी प्रभात कुमार ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में बताया कि गिरफ्तार सभी नक्सली सुनिल मुंडा, अभिषेक सिंह उर्फ टोलू, विक्की मुंडा उर्फ भगत, अभिषेक करमाली उर्फ कारू और राहुल मुंडा ने संगठन के साथ अपने संबंध और लेवी वसूलने की बात स्वीकार की है। उन्होंने बताया कि बासल थाना क्षेत्र की घटना में प्रयुक्त एक देशी पिस्तौल, तीन जिंदा गोली, एक देशी कट्टा बरामद किया गया है। इसके अलावा तीन मोटरसाईकिल भी बरामद किए गए है।
पतरातू क्षेत्र में जिस तरह नक्सलियों ने तांडव मचाया है उससे यह प्रतीत होता है कि उस पूरे इलाके में नक्सलियों की तादाद बढ़ती जा रही है। ऐसा ही एक इलाका पतरातु थाना क्षेत्र के कुरबीच मुंडा टोली भी है। टीपीसी के पांच सदस्यों को जब पुलिस ने पकड़ा तो उसमें से 4 लोग उस इलाके से निकले। एक अन्य अपराधी अभिषेक सिंह उर्फ टोलू बिहार राज्य के गया जिला अंतर्गत धनगांय थाना क्षेत्र के पंडारिया गांव की रहने वाला है।
पुल निर्माण कार्य में लगी कंपनी से लेवी मांगने और दहशत फैलाने के लिए की गई वारदात के मास्टरमाइंड सुनील और अभिषेक थे। छापेमारी के दौरान सुनिल मुण्डा के पास से एक लोडेड देशी पिस्टल एवं तीन जिन्दा गोली तथा एक रेडमी कंपनी का मोबाईल बरामद किया गया है। अभिषेक सिंह उर्फ टोलू के पास से एक देशी कट्टा तथा दो जिन्दा गोली। उन लोगों के पास से एक कॉपी भी मिला है जिसमें नक्सली संगठन टीपीसी से संबंधित बातें लिखी हुई हैं।