तंजावुर (तमिलनाडु) । तंजावुर जिले के कालीमेडु में अप्पर मंदिर की रथयात्रा के दौरान हाई वोल्टेज तार की चपेट में आने से 11 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में कई लोग घायल भी हुए हैं। घायलों को तंजावुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। पुलिस के मुताबिक मृतकों में कुछ बच्चे भी शामिल हैं। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू किया।
यह हादसा बुधवार तड़के रथयात्रा के दौरान हुआ। रथयात्रा में शामिल होने के लिए आसपास के गांवों से भी श्रद्धालु आए थे। पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रथयात्रा एक मोड़ से गुजर रही थी। इसी दौरान रथ पर खड़े लोग हाई वोल्टेज तार की चपेट में आ गए घटना के बाद परिजनों में हड़कंप मच गया। वहीं प्रशासन की तरफ से तत्काल राहत कार्य शुरू कर दिए गए। जानकारी अनुसार कालीमेडु में मंदिर में 94वां अप्पर गुरुपूजा उत्सव मनाया जा रहा है, जिसमें शामिल होने के लिए मंगलवार रात से ही आसपास के इलाकों से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ आई हुई थी। बुधवार सुबह शहर की सड़कों पर पारंपरिक रथ यात्रा निकाली गई. जहां सैकड़ों भक्तों के बीच भगवान का रथ खींचने की होड़ मच गई, तभी एकाएक बिजली का तार रथ से टच हो गया और करंट से मौके पर ही 2 बच्चों सहित 11 लोगों की मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक करंट की चपेट में आने से रथ क्षतिग्रस्त हो गया है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। राहत और बचाव कार्य जारी है। हादसे की जांच की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तमिलनाडु के तंजावुर में बुधवार तड़के हुए रथयात्रा हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में उनकी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। प्रधानमंत्री ने घायलों के शीघ्र ठीक होने की उम्मीद जताई है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की है। मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।