नवादा। केंद्र सरकार की ओर से तीन तलाक के खिलाफ कानून आनेबनाए के बावजूद बेवजह मोबाइल अथवा चिट्ठी संदेश से तीन तलाक देने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा ही एक मामला जिले के पकरीबरावां बाजार निवासी नौशाद आलम की बेटी सबा परवीन के साथ हुई है। इसकी शिकायत महिला थाने को दी गई है, पर इस मामले में अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकी है। पीड़िता सबा परवीन ने रविवार को बताया कि उसकी शादी 1 जून 2021 को हरियाणा के नूहं जिले के सदर थाना क्षेत्र के मालब गांव निवासी लल्लू खां के पुत्र मो. आरिफ के साथ हुई थी।
सबा ने रविवार को बताया कि उसकी निकाह 1 जून 2021 को हरियाणा के नूहं जिले के सदर थाना क्षेत्र के मालब गांव निवासी लल्लू खां के पुत्र मो. आरिफ के साथ हुई थी। तब चार लाख रुपये नगद, जेवरात, घरेलू सामान आदि दिए गए थे। 4 जून को विदा होकर ससुराल पहुंची। इसके कुछ दिनों बाद तरह-तरह का ताना देते हुए एक लाख रुपये और दहेज के रुप में मांग की जाने लगी। रकम नहीं देने पर ससुराल वालों ने शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। शादी के एक महीने बाद ही पति ने हावड़ा मेल ट्रेन पर बिठा दिया और वहां से गायब हो गए। फिर मायके वालों से संपर्क कर पकरीबरावां पहुंची। इसके बाद ससुराल वालों से कई बार बातचीत करने का प्रयास किया गया, लेकिन वे लोग मुझे ससुराल ले जाने को तैयार नहीं हुए। दिसंबर महीने में पति ने मोबाइल फोन कर तीन तलाक देकर जिंदगी बर्बाद कर दी।
सबा ने बताया कि मुझसे शादी करने से पहले पति आरिफ एक और शादी कर चुका था, जिसकी जानकारी मुझे ससुराल जाने पर मिली। वह अपनी पहली पत्नी और बच्चों को छोड़ दिया था। मुझे प्रताड़ित करते हुए कहता था कि जिस प्रकार पहली पत्नी को छोड़ दिए हैं, उसी तरह तुम्हारी जिंदगी भी बर्बाद कर देंगे। पीड़िता ने मानवाधिकार आयोग सहित बिहार के डीजीपी से शीघ्र प्राथमिकी दर्ज कराकर न्याय दिलाने की मांग की है।