रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सोमवार को करमटोली स्थित आदिवासी बालक-बालिका छात्रावास में आयोजित सरहुल पर्व महोत्सव में शामिल होकर सभी को पर्व की शुभकामनाएं दी। महोत्सव में मांदर की थाप पर मुख्यमंत्री भी थिरके। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी के बाद एक बार पुन: हम सब एकत्रित है। एकत्रित होकर अपनी सभ्यता, संस्कृति और परंपरा को आगे बढ़ाने में सुखद अनुभूति होती है।
उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज हमेशा से द्वेष और धृणा से कोसो दूर रहे है। हमे आदिकाल से चली आ रही पंरपरा को अक्षुण्ण रखने की आवश्यकता है। उन्होंने सरहुल पर पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया। हेमंत सोरेन ने कहा कि कल्याण विभाग द्वारा संचालित हाॅस्टल का जीर्णोद्धार कर सभी खामियो को दूर किया जा रहा है। बालिका बालक छात्रावास में रसोईया और चौकिदार की भी व्यवस्था की जाएगी। जहां रहने वाले छात्रो को सरकार भोजन भी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने आदिवसी बच्चियों के लिए हॉस्टल बनाने का निर्णय लिया है, ताकि शहर आकर उन्हें पढ़ाई करने में असुविधा न हो।