आरा।1857 के स्वतंत्रता संग्राम के महानायक कुंवर सिंह के प्रपौत्र कुंवर रोहित कुमार सिंह उर्फ बबलू सिंह की मौत के मामले में भारी जनदबाव के बाद जांच की कार्रवाई तेज कर दी गई है। घटनास्थल जगदीशपुर किले में तैनात सीआईएटी की पूरी टीम को एसपी विनय तिवारी ने तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। वहीं कुंवर सिंह के प्रपौत्र वधु पुष्पा सिंह की तरफ से नामजद आरोपियों के दिये गए आवेदन के आधार पर एफआईआर दर्ज करा दी गई है। सभी नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज कर दी गई है।इनमे सीआईएटी के तीन जवानों और एक निजी रसोइए पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
बबलू सिंह की हत्या के बाद से ही सभी आरोपी फरार हैं और जगदीशपुर किला परिसर एवं किला के भीतर सन्नाटा पसरा हुआ है। किला में पुलिस की एक बाइक मौजूद है और खून के धब्बे दिखाई दे रहे हैं। भोजपुर के एसपी विनय तिवारी ने इस घटना की जांच को लेकर एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी की कमान पीरो के एसडीपीओ राहुल सिंह के हाथों में सौंपी गई है जिस टीम में अन्य तीन सदस्य भी शामिल हैं।एसआईटी लगातार जगदीशपुर किले में घटी इस घटना की जांच करने में जुटी हुई है।
यह टीम जगदीशपुर किला से लेकर रेफरल अस्पताल तक को खंगाल रही है और एसआईटी का दावा है कि इस हत्या से जुड़े कुछ सबूत टीम के हाथ लग चुके हैं।हालांकि एसआईटी के सदस्य इस मामले में पूरी गोपनीयता बरत रहे हैं। जब तक जांच पूरी नही हो जाती तब तक टीम के सदस्य कुछ भी जानकारी देने से बच रहे हैं।
बता दें कि वीर कुंवर सिंह के प्रपौत्र कुंवर रोहित सिंह की मंगलवार को संदिग्ध मौत हो गई थी। 45 साल के कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह जगदीशपुर नगर के वार्ड संख्या-18 निवासी स्व. कुंवर विजय सिंह के बेटे थे। जगदीशपुर के रेफरेल अस्पताल में बबलू सिंह ने दम तोड़ा था। मौत की सूचना के बाद परिजन और ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया. मृतक की मां और बीजेपी नेत्री पुष्पा सिंह ने बेटे की मौत के लिए पुलिस को आरोपी बता रही है। उन्होने आरोप लगाया है कि उनके बेटे की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है।