नवादा। हत्या के मामले में जेल में बंद कैदी अभिषेक कुमार ने सोमवार को नवादा सदर अस्पताल में इलाज के दौरान रखवाली कर रहे सिपाही रामाधीन यादव पर लोहे की रॉड से वार कर बुरी तरह जख्मी कर फरार होने का असफल प्रयास किया। अस्पताल से भागने के बाद कैदी को नागरिकों के सहयोग से अस्पताल रोड में पकड़ लिया गया।
घायल सिपाही ने बताया कि बीमारी की शिकायत पर विचाराधीन कैदी को सदर अस्पताल लाया गया था। इस दौरान उसने हथकड़ी की मोटी रस्सी को काटकर उसे रोड से मारकर बुरी तरह से जख्मी कर भाग निकला। घायल अवस्था में भी शोर मचाते हुए उसके पीछे दौड़ा तो आम लोगों अस्पताल में तैनात अन्य पुलिसकर्मियों के सहयोग से उसे धर दबोचा गया। उसने बताया कि गोविंदपुर थाने के रहने वाले कैदी ने गांव के ही हरि सिंह को पीट-पीटकर हत्या कर दी थी ।
कैदी ने बताया कि जेल में ही उसे ब्लेड मिला था जिसे वह पॉकेट में रख लिया था ।इसी ब्लेड से हथकड़ी लगे मोटे रस्सी को उसने काट डाला ।सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात तो यह है कि जेल प्रशासन की लचर व्यवस्था के कारण अब जेल में ब्लेडभी मिलना शुरू हो गया ।संभवत इस ब्लड से कैदी सिपाही का गला भी काट सकता था। घायल सिपाही ने बताया कि नवादा जिले के गोविंदपुर थाने के पुरानी गांव का रहने वाला कैदी अभिषेक ने गांव के ही हरि सिंह की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी ।जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था ।अभिषेक के इस गतिविधि से पुलिसकर्मियों में दहशत है । घायल पुलिसकर्मी को भी आश्चर्य हो रहा है आखिर जेल में किस रूप में ब्लेड प्राप्त की। यह घटना जेल की सुरक्षा पर भी एक बड़ा सवाल उठा रहा है कि आखिर जेल में ही ब्लेड जैसे घातक वस्तु कैसे मिली ।