लखनऊ। भाजपा गठबंधन विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर नेता चुने गए। उनके नाम का सुरेश खन्ना ने प्रस्ताव रखा। सूर्य प्रताप शाही, राम नरेश अग्निहोत्री, नंद गोपाल गुप्ता नंदी समेत कई विधायकों ने अपना समर्थन किया। इसके बाद योगी के नाम की घोषणा केन्द्रीय पर्यवेक्षक व गृह मंत्री अमित शाह ने की। उप मुख्यमंत्री के चेहरे का एलान अभी नहीं हुआ है। भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, सह पर्यवेक्षक रघुवर दास, केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा, सुरेश खन्ना राजभवन पहुंचकर सरकार बनाने का दावा पेश किया।
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत पूरी पार्टी के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि मुझे विधायक दल का नेता के रूप में चुना गया है। मैं आप सब का आभारी हूँ। योगी ने कहा कि यूपी के इतिहास में पहली बार है कि किसी मुख्यमंत्री की पांच साल तक काम करने के बाद दोबारा सत्ता में वापसी हुई है। उन्होंने कहा कि यह सब यूं नहीं हुआ है। गृह मंत्री शाह ने यूपी में भाजपा के प्रभारी रहते हुए संगठन को व्यापक रूप दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उप्र में हमारी सरकार ने जनकल्याण को ध्यान में रखकर कार्य किया।
योगी ने कहा कि 2017 में भाजपा सत्ता में आई। सरकार और संगठन के समन्वय के साथ काम किया गया। गरीब कल्याणकारी योजनाओं को लागू किया गया। यही वजह है कि जनता ने फिर से भरोसा किया। विपक्ष के तमाम झूठ और अफवाहों के बावजूद भाजपा को फिर से चुना है। यह सब तब सम्भव हो सका जब हमारे अभिभावक के रूप में प्रधानमंत्री मोदी ने मार्गदर्शन किया।
उत्तर प्रदेश पहले केंद्रीय योजनाओं में रुकावट पैदा करने वाला प्रदेश था। अब उत्तर प्रदेश केंद्र की योजनाओं को लागू करने में अग्रणी राज्यों में हैं। पहली बार संभव हो पाया अपराधियों पर कार्रवाई, गरीबों को घर, अनाज मिलना। आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि हम वंशवाद की राजनीति से ऊपर उठकर काम करेंगे। हम सबका साथ सबका विकास करेंगे। इसके साथ ही हमारी सरकार ने काम किया और जनता जनार्दन ने पुनः आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे हम बिना रुके, बिना थके पूरा करेंगे। उप्र की सेवा करेंगे। इसमें हमारे सभी विधायकों का साथ होगा।
अगले पांच साल में योगी के नेतृत्व में उप्र का पुराना गौरव वापस लाएंगे : शाह
मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज इतिहास रचा जा रहा है। उप्र में 37 साल से कोई पार्टी लगातार दूसरी बार सत्ता में नहीं आई है। कोई दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बन पाया। पहले के मुख्यमंत्री कैसे काम करते थे, यह चर्चा का विषय हो सकता है लेकिन योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यों से साबित किया है। उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया। लगातार दूसरी बार भाजपा दो तिहाई बहुमत से भाजपा सत्ता में आई। आज वह निर्विरोध नेता के रूप में चुने गए है। यूपी में जातिवादी, परिवारवादी पार्टियां बढ़ती गईं। प्रदेश का हाल खराब होता गया। 2014 में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया गया तो पूरे देश में एक अलग प्रकार का संचार हुआ। यूपी का सामान्य कार्यकर्ता भी 65 से अधिक सीटें जितने की बात कहने लगा। भोलेनाथ की तरह जनता जनार्दन ने 73 सीटें दीं। इसके बाद यूपी के विधानसभा चुनाव में भाजपा का कार्यकर्ता घर-घर गया। मोदी के नाम पट वोट मांगे। 2017 में 300 के पार सीटें मिलीं। योगी को मुख्यमंत्री बनाया गया।
शाह ने कहा कि योगी ने बेहतरीन सरकार चलाई। 2017 से पहले की सरकार में अपराध चरम पर था। अपराधी पुलिस प्रशासन के मालिक बनकर बैठे थे। योगी ने प्रशासन के राजनीतिकरण को बंद किया। वहीं योगी के नेतृत्व वाली सरकार में आज अपराधी शीर्षासन कर रहा है। छोटी सी बच्ची को भी भरोसा हुआ कि यदि कोई छेड़खानी हुई तो उसकी खैर नहीं। सबको बिजली मिली, आयुष्मान भारत योजना का कार्ड दिया गया। वह भी जाति धर्म पूछे बगैर हुआ। कोई तुष्टीकरण नहीं हुआ।
गृहमंत्री ने विधायकों से कहा कि पिछले पांच साल में उत्तर प्रदेश की नींव रखने का काम किया गया है। अगले पांच साल में उत्तर प्रदेश को उसका गौरव वापस दिलाने का काम किया जाएगा। यहीं से गरीब, युवाओं और बच्चियों की आकांक्षाओं के सपनों को पूरा करने की यात्रा शुरू होती है। कानून व्यवस्था ठीक होने से निवेश आएगा। इससे रोजगार बढ़ेगा। योगी सरकार ने पांच साल में यूपी की अर्थव्यवस्था को दूसरे नंबर पर लाने का कार्य किया है। हमे अगले पांच सालों में पहले नम्बर पर लाना है।