गया। बोधगया पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय मूर्ति तस्कर गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से छ्ह मूर्तियों के अलावा मंदिरों के चार प्राचीन स्तूप बरामद हुए हैं। गया के सिटी एसपी राकेश कुमार ने सोमवार को प्रेस वार्ता में बताया कि सूचना के आधार पर विशेष टीम ने बोधगया के मस्तपूरा गांव से मूर्तियों की खरीद बिक्री की तैयारी में लगे मूर्ति तस्कर घुंघर चौधरी को गिरफ्तार किया। उसके पास से दो प्राचीन मूर्तियां और चार स्तुपों को बरामद किया गया तथा उसकी निशानदेही पर चार अन्य को भी गिरफ्तार किया गया। तस्कर मूर्तियों की तस्करी के लिए पटना से बोधगया आए थे। बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले ही बोधगया में अष्टधातु की कई बहुमूल्य मूर्तियों की चोरी हुई थी और पुलिस लगातार इस मामले में जांच में जुटी हुई थी गौरतलब हो कि गत दिनों पूर्व बोध गया से अष्टधातु की कई मृर्तियां चोरी हुई थी। जिसकी पुलिस को तलाश थी। बरामद मूर्तियों की कीमत करोड़ो रुपए बतायी गई है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार मूर्ति तस्करों के पास से भूमि स्पर्श मुद्रा में बैठे भगवान बुद्ब की चार मूर्तियां, पधामसन में बैठे भगवान बुद्ध की एक मूर्ति ,मथुरा शैली की भगवान बुद्धा के सर की एक मूर्ति, 4 मंदिरों के प्राचीन स्तूप, तीन मोबाइल फोन, एक कार बरामद किया गया है। गिरफ्तार मूर्ति तस्करों में नालंदा जिला के सिलाव थाना क्षेत्र के सीमा गांव निवासी मोहम्मद शमशाद, गया जिला के बोधगया थाना क्षेत्र के मस्तपूरा निवासी घुंघरू चौधरी, पटना जिला के दानापुर उसरी निवासी अमित कुमार, कटिहार जिला के ड्राइवर टोला निवासी अरविंद दास व नवादा जिला के बुंदेलखंड थाना अंतर्गत अफजल नगर पावन वाड़ा निवासी मोहम्मद सोनू शामिल है।
गिरफ्तार लोगों से पूछताछ में पता चला कि सिलाव थाना क्षेत्र के सीमा निवासी मोहम्मद इदरीश इससे पहले भी चार बार प्राचीन मूर्ति की चोरी और डकैती केस में जेल जा चुका है। उसके मोबाइल से कई प्राचीन मूर्तियों की तस्वीर डिटेल भी पुलिस को मिला है। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि प्राचीन चोरी की मूर्ति का कारोबार करता है और उसे नेपाल के रास्ते अंतरराष्ट्रीय बाजार में भेजता है। इसके पहले वर्ष 2012 से 2019 के बीच फतेहपुर, कतरीसराय , राजगीर, दीपनगर थाना से मूर्ति तस्कर डकैती के मामले में जेल जा चुका है। पिछले 8 साल से बोधगया में मूर्ति व पुराने सामानों की दुकान चलाता है । इसी दौरान वह वाराणसी के एक मूर्ति तस्कर के संपर्क में आया और मूर्ति की तस्करी शुरू कर दी । इससे पहले मुगलसराय, दिल्ली, दाऊद नगर और गया में मूर्ति तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है।