नालंदा। जिले में जहरीली शराब से मरने वालों का आंकड़ा शनिवार को 11 हो गया है। यह संख्या और भी बढ़ने की आशंका है। बताया जाता है कि शराब सेवन करने वाले कई लोग गंभीर हालत में इलाजरत है। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर के अनुसार सभी के पेट से शराब की गंध आ रही थी । बावजूद सभी का विसरा को जांच के लिए पटना भेजा गया है । इसको लेकर पटना रेंज के आईजी राकेश राठी की निगरानी में पुलिस की कार्रवाई जारी है। डीएम शशांक शुभंकर और एसपी अशोक मिश्रा और एसडीओ घटनास्थल पर पहुंचकर परिजनों से बातचीत की है। इस मामले में सोहराय थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं पुलिस की तीन टीम अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। जिसमें देशी-विदेशी शराब बरामद हुई है। जबकि 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सोहसराय थाना में 6 अलग अलग प्राथमिकी दर्ज की गयी है ।छापेमारी में 92 बोतल विदेशी शराब, टेट्रा पैक, शराब पैक करने के सामान , 4 लीटर चुलौआ शराब व 26 पाउच देसी शराब बरामद हुई है।
एडीजी मुख्यालय जेएस गंगवार ने कहा कि प्रथम दृष्टया कुछ लोगों की मौत बीमारी और कुछ की जहरीली शराब सेवन से हुई है। इधर चर्चा है कि तीन मृतकों का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है। कई लोगों को आंखों की रोशनी भी जाने की चर्चा है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। पहले तो कुछ परिजनों ने मिलावटी शराब से मौत होने की बात कही, पर पुलिस अधिकारियों के पहुंचते वे उनके सुर बदल गए। एक की ठंड से और एक की लकवा से मौत होने की कहानी सुनाई जाने लगी। जबकि अधिकांश परिजनों ने मौत का कारण शराब सेवन बताया है। इलाके में शराब चुलाई जाने की बात भी बताई है।
इधर भाजपा विधायक डॉ. सुनील कुमार ने छोटी पहाड़ी में हुई संदिग्ध मौत पर दुख प्रकट किया। उन्होंने मामले की जांच कर अविलंब कार्रवाई की मांग की है। अरवल के माले विधायक महानंद सिंह ने कहा कि शराबबंदी के नाम पर सिर्फ महादलितों को परेशान किया जाता है। बड़े शराब माफियाओं पर कार्रवाई नहीं कर छोटे लोगों को जेल भेजा जा रहा है। उन्होंने सभी थानेदार, डीएसपी और एसपी की संपत्ति की जांच कराने की मांग की है।
वही जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि जिला प्रशासन मृतकों का आंकड़ा छुपाने में जुटी है। मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र नालंदा के हरनौत में शराब मिल रही है। उन्होंने मृतक के परिजनों को 10-10 हजार रुपए की आर्थिक मदद भी की।