रांची। बिहार के दानापुर से झारखंड के माओवादी कमांडरों को हथियारों और गोला-बारूद की सप्लाई होती थी। एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी ) की जांच में यह खुलासा हुआ है। मालूम हो कि एनआईए ने जहानाबाद आर्म्स रिकवरी केस में पांच आरोपितो परशुराम सिंह, संजय सिंह, प्रेम राज, राकेश कुमार और मोहम्मद बदरुद्दीन के खिलाफ चार्जशीट दायर किया है।
इस मामले को एनआईए 9 जून 2021 को टेकओवर किया था, जिसके बाद जांच शुरू की गई थी। एनआईए ब्रांच रांची के डीएसपी सुबोध शर्मा के नेतृत्व में हुई जांच में पता चला है कि हार्डकोर नक्सली परशुराम सिंह भाकपा माओवादी के शीर्ष कमांडर अरविंद जी (मृतक) से जुड़ा था। नक्सली गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए झारखंड के माओवादी कमांडरों को हथियारों और गोला-बारूद की सप्लाई करता था। वह दानापुर के गैरेज में हथियार और गोला-बारूद रखता था।
यह भी उल्लेखनीय रहेगी कि मार्च 2021 को बिहार एसटीएफ की टीम ने भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो के सदस्य रहे अरविंद सिंह उर्फ देव कुमार सिंह के नेटवर्क से जुड़े परशुराम सिंह समेत अन्य नक्सली सप्लायरों को भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक के साथ गिरफ्तार किया था। अधिकारी ने कहा कि उन्होंने आरोपी व्यक्तियों के परिसर से हस्तलिखित दस्तावेज, माओवादी साहित्य और किताबें सहित आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है। कई सबूत इकट्ठा करने के बाद उन्होंने चार्जशीट दाखिल करने का फैसला किया।
एनआईए के एक अधिकारी ने कहा, आरोपियों के दोष को साबित करने के लिए हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं। हमारे पास गवाह, डिजिटल सबूत और रिकवर किये गये सामान हैं जो हमारे मामले को मजबूत बनाती है।