पटना।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने बुधवार को पार्टी कार्यालय में नेताओं और कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार करते हुए छह टन के गुलाबी संगमरमर से निर्मित लालटेन की बत्ती जलाकर इसका उद्घाटन किया। इस दौरान राजद सुप्रीमो बहुत खुश नजर आए। 11 फीट ऊंचे इस लालटेन में चौबीसों घंटे लौ जलती रहेगी। वहीं दूसरी ओर बुधवार को ही जदयू मुख्यमंत्री के 15 वर्षों के कार्यकाल को स्वर्णिम दिवस के रूप में मना रही है ।
लालटेन के उद्घाटन के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई है। जेडीयू बता रही है कि बिहार में अब लालटेन युग खत्म हो गया है। पिछले 15 वर्षों से नीतीश कुमार ने बिहार को बिजली से रौशन कर रहे हैं। वहीं लालू यादव ने लालटेन को हेरिकेन लैंप बताते हुए कहा कि यह आंधी तूफान में भी नहीं बुझता है। राजद के लिए तेजस्वी और सभी कार्यकर्ता कड़ी मेहनत कर विपक्षियों को धूल चटा दिया है। लालू ने तीनों कृषि कानून को समाप्त करने की घोषणा को किसानों की जीत और नरेंद्र मोदी की हार बताया। वही विधायकों का कहना है कि राजद का चुनाव चिन्ह फिर से प्रकाश देगा।
बताते चले कि लंबे समय के बाद राजद सुप्रीमो पार्टी कार्यालय पहुंचे थे, जहां पहले से मौजूद कार्यकर्ता बड़ी बेसब्री से उनका इंतजार कर रहे थे। कार्यालय में लगे इस लालटेन को लालू प्रसाद के लिए सरप्राइस के तौर पर रखा गया था। मीडिया से भी गुप्त रखा गया था। इसके लिए कार्यालय का गेट बंद कर उस पर बड़े बड़े पर्दे लगा दिए गए थे। कार्यालय की चारदीवारी को बड़े-बड़े पोस्टर से ढक दिया गया था। संगमरमर र्का लालटेन जयपुर से मंगाई गई है, जो 24 घंटे सीएनजी गैस के माध्यम से जलेगी। मालूम हो कि लालू प्रसाद मंगलवार को चारा घोटाला मामले में पटना के विशेष अदालत में हाजिर होने पहुंचे थे। वहीं बुधवार को भी खुली जीप से पार्टी कार्यालय पहुंचे और संगमरमर की लालटेन का लोकार्पण किया।