पश्चिम चंपारण। अखंड सौभाग्य को लेकर करवा चौथ व्रत रखने वाली सुहागिनो का उत्साह चारो ओर दिखने लगा है। 24 अक्टूबर को सुहागिन महिलाएं व्रत रखकर रात 7.52 बजे के बाद चंद्रमा को अर्ध्य देगी। इस बार का करवा चौथ बेहद खास माना जा रहा है। कार्तिक माह की चतुर्थी तिथि को मनाया जाने वाला चौथ का व्रत पर इस बार पांच योगो की जुगलबंदी होगी।
पश्चिम चंपारण के मधुबनी राजकीकृत हरदेव प्रसाद इंटरमीडिएट कॉलेज के पूर्व प्राचार्य पंडित भरत उपाध्याय के अनुसार पांचो योगो शश महापुरूष योग, उभयचरी योग, शंख योग, शुभ कर्तरी योग और विमल योग सुहागिनो के अखंड सौभाग्य को बढ़ाएंगे। करवा चौथ का सूर्यादय भी सुहागिनो के जीवन में उर्जा का संचार करेगा। पंडित भरत उपाध्याय ने बताया कि करवा चौथ का चांद रोहिणी नक्षत्र में निकलेगा। इस नक्षत्र में व्रत रखना बेहद शुभ फलदायी होता है। चंद्र दर्शन से व्रती को मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी। मालूम हो कि करवा चौथ पति और पत्नी दोनो के लिए अपार प्रेम और त्याग की चेतना को लेकर आता है। दिन भर निर्जला व्रत रखकर शाम को चंद्रमा से अपने अखंड सुहाग के लिए आशीष मांगती है।