नई दिल्ली।
राष्ट्रपति रामनाथ गोविंद ने राष्टीय खेल दिवस के मौके पर खिलाड़ियों को राष्ट्रीय पुरस्कार देते हुए कहा कि सामूहिक प्रयास से भारत एक खेल महाशक्ति के रूप में उभरेगा। शनिवार को वर्चुअल माध्यम से राष्ट्रीय खेल और साहसिक पुरस्कार प्रदान करते हुए कहा कि खेल और खिलाड़ी देश में एकजुटता की भावना को सशक्त करते हैं। यही कारण है कि विजय का जश्न देश भर में मनाया जाता है। जब तमिलनाडु का खिलाड़ी पदक जीता है तो उसकी खुशी सभी देशवासियों में देखी जाती है। उन्होंने पुरस्कार विजेता महिला खिलाड़ियों मनिका बत्रा, दिनेश और रानी और एक पैरा एथलीट का विशेष उल्लेख किया। राष्ट्रपति ने कहा कि मेजर ध्यान चंद हर खिलाड़ियों के आदर्श है। उन्होंने साधारण परिवेश और सुविधाओं के बीच अपनी निष्ठा से हॉकी मैदान में असाधारण उपलब्धियां हासिल की है। उन्होंने पुरस्कार विजेताओं को उत्साहित करते हुए कहा कि सब ने यह सिद्ध कर दिया है कि लगन और मेहनत से सभी बाधाओं को दूर किया जा सकता है। आगे उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स और फिटनेस अब युवाओं की सोच बन रही है। माता-पिता सहित शिक्षक भी खेलकूद के प्रति अपना नजरिया बदल रहे हैं जो अच्छा संकेत है।