कोडरमा।
आजादी की 75वीं वर्षगाठ पर रविवार को जहां पूरे देश में राष्ट्रीय पर्व की धूम रही, वहीं कोडरमा स्टेशन पर 1 वर्ष पूर्व राष्ट्रीय ध्वज के लिए स्थापित 100 फीट ऊंचा मास्ट (खंभा) पर इस बार स्वतंत्रता दिवस पर झंडोत्तोलन दोपहर 3:00 बजे किया गया। जानकारी अनुसार रेलवे की ओर से स्वतंत्रता दिवस को लेकर सुबह से कोई तैयारी नही की गई थी। जिसके बाद ट्विटर पर एक युवक शिवम कुमार की शिकायत के बाद रेल प्रशासन हरकत में आया और आनन-फानन में यह झंडा फहराया गया।
करीब डेढ़ वर्ष पूर्व यहां 24 घंटे 7 दिन राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए मास्ट स्थापित किया गया था। गत 25 जनवरी को यहां स्थानीय सांसद और देश की शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी यहां पहली बार यहां झंडोत्तोलन की थी। करीब 3 माह माह पूर्व यहां लगा तिरंगा फट जाने के कारण इसे उतार लिया गया था। उम्मीद थी कि लाखों की लागत से यहां बनाये गए 100 फीट ऊंचे खंभे पर स्वतंत्रता दिवस के अवसर तिरंगा जरूर लहराएगा, लेकिन सुबह झंडोत्तोलन के वक्त ऐसा कुछ नहीं हुआ। इस पर शिवम कुमार नामक एक युवक ने सूने खंभे की तस्वीर को अटैच कर इसे शर्मनाक बताते हुए टिप्पणी की। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव, रेल मंत्रालय भारत सरकार, पूर्व- मध्य रेलवे हाजीपुर एवं डीआरएम धनबाद को टैग करते हुए ट्वीट में कहा कि देश के करदाताओं का लाखों रूपया यहां मास्ट को तिरंगा के लिए स्थापित किया गया। लेकिन यहां तिरंगा नहीं फहराया जाना रेल मंत्रालय का स्वीकार योग्य व्यवहार नहीं है।
शिवम कुमार की इस ट्वीट के बाद आनन-फानन में शाम 3 बजे यहां झंडोत्तोलन किया गया। बाद में डीआरएम ने हर्ष व्यक्त करते हुए एक ट्वीट किया कि कोडरमा स्टेशन पर राष्ट्रीय ध्वज 3:00 बजे फ़हरा दिया गया है। उक्त मास्ट पर 30 फीट लंबा और 20 फीट चौड़ा तिरंगा फहराया गया।