Monday, 20 May 2024 || 21:39

पोखरा (नेपाल)। नेपाल के पोखरा हवाई अड्डे पर यति एयर कम्पनी का विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से विमान में सवार 68 यात्री समेत चार चालक दल सदस्य 72 लोगो की मौत हो गई। नेपाली सेना ने मस्टैंग में थासांग-2 के सानोसवेयर में दुर्घटनाग्रस्त विमान ढूंढ निकाला है। इससे पहले खराब मौसम और बादल छाए रहने के कारण विमान का पता लगाना मुश्किल हो रहा था।विमान पोखरा हवाई अड्डे पर उतरने के क्रम में पहाड़ से सीधा टकरा गया और विमान मे आग लग गया।

नेपाल के पर्यटक शहर पोखरा में उतरने क्रम में पहाड़ से टकरा कर पास के नदी मे गिरा ।कुछ मिनट बाद हिमालयी पर्वतीय क्षेत्र में दुर्घटना का शिकार हुए यति विमान कम्पनी के विमान का मलबा मिल गया है। नेपाली सेना ने मस्टैंग में थासांग-2 के सानोसवेयर में यति एयर का दुर्घटनाग्रस्त विमान ढूंढ निकाला है।इस बीच विमान में सवार सभी 72 लोगों की मौत हो गई है।हालांकि अभी तक 68 लोगों के ही शव बरामद किए गए हैं। बाकी शवों की पहचान की जा रही है। इस बात की पुष्टि नेपाली सेना ने की है।विमान में चार भारतीय भी सवार थे। इससे पहले खराब मौसम और बादल छाए रहने के कारण विमान का पता लगाना मुश्किल हो रहा था।

इस विमान ने राजधानी काठमांडू से 200 किलोमीटर पूर्व में स्थित पोखरा से सुबह सवा दस बजे उड़ान भरी थी।चार भारतीय नागरिक भी थे सवार बचाव दलों के साथ सैनिक और हेलीकॉप्टर संभावित घटनास्थल का पता लगाने में जुटे हुए थे। विमान को पश्चिमी पर्वतीय इलाके में जोमसोम हवाई अड्डे पर उतरना था, लेकिन पोखरा-जोमसोम हवाई मार्ग पर घोरेपानी के ऊपर आसमान में विमान का टॉवर से संपर्क टूट गया। ‘यति एअर’ के ‘ट्विन ओट्टर 9एन-एईटी’ विमान में चार भारतीय नागरिक, दो जर्मन नागरिक और 13 नेपाली यात्रियों के अलावा चालक दल के तीन नेपाली सदस्य सवार थे।कनाडा द्वारा निर्मित विमान पोखरा से मध्य नेपाल स्थित मशहूर पर्यटक शहर जोमसोम जा रहा था।

दोनों शहरों के बीच विमान यात्रा में आम तौर पर 20-25 मिनट लगते हैं।
विमानन कंपनी ने यात्रियों की सूची जारी की है, जिसमें भारतीयों की पहचान अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांडेकर (त्रिपाठी) और उनके बच्चों धनुष त्रिपाठी और ऋतिका त्रिपाठी के रूप में की गई है। यह परिवार मौजूदा समय में मुंबई के नजदीक ठाणे में रह रहा था।पोखरा हवाई अड्डे के सूचना अधिकारी देव राज अधिकारी के हवाले से बताया गया कि चालक दल के सदस्यों का नेतृत्व कैप्टन प्रभाकर प्रसाद घिमिरे कर रहे थे। उत्सव पोखरेल सह चालक और किसमी थापा विमान परिचारिका के रूप में विमान के चालक दल में शामिल थीं।

गौरतलब है कि 2016 में इसी एअरलाइन का एक विमान उड़ान भरने के बाद इसी मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे उसमें सवार सभी 23 लोगों की मौत हो गई थी। मार्च 2018 में यूएस-बांग्ला एअर का विमान त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे उसमें सवार 51 लोगों की मौत हो गयी थी. सीता एअर का एक विमान सितंबर 2012 में त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर आपात लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे 19 लोगों की मौत हो गयी थी।पोखरा से जोमसोम जा रहा एक विमान 14 मई 2012 को जोमसोम हवाईअड्डे के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे 15 लोगों की मौत हो गयी थी।

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