अपसड़ व भवानी बिगहा गांव के बगीचे में पुलिस ने की छापेमारी
Nawada: बैंक से कर्ज दिलाने के नाम पर ठगी करनेवाले 11 साइबर अपराधी को साइबर पुलिस ने रविवार को धर दबोचा। गिरफ्तार साइबर अपराधियों से साइबर पुलिस पूछताछ कर रही है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से लैपटॉप, दर्जनों मोबाइल, कई पन्नों का कस्टमर डाटा बरामद किया गया है।
बताया जाता है कि वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के अपसड़ व भवानी बिगहा गांव के बगीचे से करीब 20-25 की संख्या में बैठे साइबर अपराधी धनी फाइनेंस प्राइवेट कंपनी सहित विभिन्न फाइनेंस कंपनियों से सस्ते दर पर लोन दिलाने की नाम पर ठगी कर रहे थे। इसी सूचना पर एसपी के निर्देश पर साइबर पुलिस उपाधीक्षक प्रिया ज्योति के नेतृत्व में एसआइटी गठित कर साइबर अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई की गयी। एसआइटी की सूचना पर बगीचे की घेराबंदी कर साइबर अपराधियों को पकड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन, पुलिस को देख भागने लगे। इनमें से पुलिस ने खदेड़कर लगभग 11 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। कुछ मौके पाकर साइबर अपराधी फरार हो गये ।
गिरफ्तार अपराधियों के पास कई लेपटॉप, दर्जनों एंड्राॅयड मोबाइल व कई पन्नों की कस्टमर डाटा बरामद की गयी है। ऐसे साइबर पुलिस उपाधीक्षक प्रिया ज्योति फिलहाल कुछ बताने से परहेज कर रही है। साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ व बरामद कस्टमर डाटा, बरामद सामान से डाटा इकठ्ठा किया जा रहा है। गौरतलब है कि वारिसलीगंज, काशीचक, शाहपुर व पकरीबरावां तथा नालंदा जिले के कतरीसराय थाना क्षेत्र के गांव इलाके में साइबर अपराधियों की दुकान गांव के बाहर बगीचे में सजती है। इसमें बैंक संबंधित विभिन्न तरह की जानकारी व बजाज फाइनेंस, धनी फाइनेंस प्राइवेट कंपनी से सस्ते दर पर लोन दिलाने के नाम पर भोले-भाले लोगो को ठगी की शिकार बनाते हैं।
इस साइबर अपराधियों की चकाचौंध में नाबालिग लड़के दिन प्रतिदिन फंसते जा रहे हैं। ऐसे मौके मौके पर पुलिस कार्रवाइ्र में बड़े पैमाने पर साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी की जाती है। लेकिन इस साइबर अपराधी अपने काम छोड़ने की बजाय इस गोरखधंधे की मकड़जाल बढ़ाते चले जाते है। इसके कारण वारिसलीगंज का इलाका झारखंड का जामताड़ा क़ भी पीछे छोड़ दिया है। जरूरत है सरकार तथा प्रशासनिक स्तर से साइबर अपराधियों पर कठोर कार्रवाई कर जड़ से समाप्त करने की है।