पाकिस्तान उच्चायोग के रात्रि भोज में शामिल हुई थी ज्योति

– पाक नागरिक दानिश के संपर्क में थी ज्योति, इसी माह दानिश ने छोड़ा भारत
Hisar News: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को शनिवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अब उसकी ट्रेवल हिस्ट्री खंगालेंगी। यह भी जांच होगी कि वह किन-किन लोगों के संपर्क में रही।
ज्योति हिसार के न्यू अग्रसेन कॉलोनी की रहने वाली है। वह ट्रैवल ब्लॉगर है और ज्यादातर दिल्ली में रहती थी। उसका इंस्टाग्राम और यूट्यूब चैनल ‘ज्योति का ट्रेवल विद’ नाम से है। उसके लाखों फॉलोअर हैं। वह पहले गुरुग्राम की एक निजी कंपनी में काम करती थी। कोरोना काल में नौकरी छूटने के बाद उसने ट्रेवल ब्लॉगिंग शुरू की।
जांच में सामने आया है कि ज्योति अब तक पाकिस्तान चार बार जा चुकी है। वह दुबई, थाईलैंड, इंडोनेशिया, नेपाल, भूटान, चीन और बांग्लादेश की भी यात्रा कर चुकी है। सुरक्षा एजेंसियां अब उसकी हर यात्रा की जांच कर रही हैं। पाकिस्तान यात्रा के दौरान वह पाक उच्चायोग के रात्रि भोज में भी शामिल हुई थी।
सुरक्षा एजेंसियों को शक तब हुआ जब वह पाकिस्तान में क्रिकेट मैच देखने गई थी। बताया गया कि उसका पूरा टूर एक पाकिस्तानी दोस्त ने स्पॉन्सर किया था। वह तीन बार श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ पाकिस्तान गई थी। अंतिम बार पाकिस्तान जाने से पहले वह हिंदू तीर्थ स्थलों के दर्शन कर लौटी थी।
जांच में पता चला है कि 2023 में ज्योति ने पाक उच्चायोग के जरिए वीजा लिया था। वहां उसकी मुलाकात पाक उच्चायोग के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई। दोनों के बीच गहरे संबंध बने। दानिश ने उसकी पहचान पाक खुफिया एजेंसी के एजेंट अली अहसान और शाकिर उर्फ राणा शहबाज से कराई। शाकिर का नाम उसने अपने फोन में ‘जट्ट रंधावा’ के नाम से सेव किया था।
ज्योति इन एजेंटों के संपर्क में वॉट्सएप, टेलीग्राम और स्नेपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स के जरिए रही। वह सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की छवि सुधारने की कोशिश कर रही थी। उसने संवेदनशील जानकारियां भी साझा कीं। दानिश और अली अहसान ने पाकिस्तान में उसके ठहरने और आने-जाने की व्यवस्था की थी। वह एक पाक खुफिया अधिकारी के साथ इंडोनेशिया के बाली द्वीप भी गई थी।
भारत सरकार ने 13 मई को दानिश को परसोना नॉन ग्राटा घोषित कर देश छोड़ने का आदेश दिया। ज्योति को सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान की छवि सुधारने की जिम्मेदारी दी गई थी। एजेंसियों को शक है कि पाकिस्तान उसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ प्रचार और जासूसी में कर रहा था।
ज्योति के पिता हरीश कुमार मल्होत्रा बिजली निगम से रिटायर्ड हैं। ज्योति अविवाहित है। उसका पासपोर्ट 22 अक्टूबर 2018 को बना था, जो 21 अक्टूबर 2028 तक वैध है। छह मई को वह हिसार से दिल्ली गई थी। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि हिसार में उसका किसी और से संपर्क तो नहीं था।