चतरा। करीब पंद्रह से बीस वर्ष पूर्व रामगढ़ के घाटो में घटी बहन की रेप व हत्या के वर्षों पुराने शक के प्रतिशोध ने चतरा के तीन भाइयों को हत्यारा बना दिया। चतरा एसपी राकेश रंजन द्वारा एसडीपीओ अशोक प्रियदर्शी के नेतृत्व में गठित पुलिस की एसआईटी टीम ने एक सप्ताह पूर्व जिले के लावालौंग थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच 99 बक्सा जंगल से बरामद शव मामले का खुलासा करते हुए घटना में शामिल तीन हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार हत्यारो में गौतम बैठा उम्र करीब 42 वर्ष, मनोज रजक उम्र करीब 36 वर्ष व पिन्टु रजक उम्र करीब 30 वर्ष पिता शिवा बैठा सभी साकिन दुन्दुआ थाना सिमरिया जिला चतरा के रहनेवाले हैं। जानकारी अनुसार विगत 14 अगस्त को एक अज्ञात सिर कटा लाश बरामद की थी। मामले की जांच के दौरान मृतक की पहचान रामगढ़ जिले के मांडू थाना क्षेत्र अंतर्गत बेंगाबाद निवासी बालेश्वर रजक के रूप में हुई थी। गिरफ्तार हत्यारों के निशानदेही पर मृतक का सिर भी पुलिस ने अमानत नदी से बरामद कर लिया है। साथ ही हत्या में प्रयुक्त बांस का बेंत लगा कुल्हाड़ी, एक बाईक व विभिन्न कंपनियों का तीन मोबाइल फोन भी जप्त किया गया है।
मंगलवार को इस आशय की जानकारी देते हुए एसडीपीओ अशोक प्रियदर्शी ने बताया कि टीम मे लावालौंग थाना प्रभारी नंदन कुमार समेत अधिकारियों व सशस्त्र बल के जवानो को शामिल किया गया था। एसडीपीओ ने बताया कि करीब 15-20 वर्ष पूर्व घाटों में हुई बहन की रेप व हत्या के शक के प्रतिशोध में तीनो ने मिलकर घटना को चतरा मे अंजाम दिया था। जिसके बाद शव को बक्सा जंगल मे फेंककर उसके सर को काटकर अमानत नदी में छिपा दिया था। एसडीपीओ ने बताया कि कांड में गिरफ्तार गौतम बैठा, मनोज रजक व पिंटू रजक को शक था कि उनकी बहन की हत्या से पूर्व मृतक के द्वारा उसका दो तीन बार बलात्कार भी किया गया था।