देवेंन्द्र शर्मा की रिर्पोट-:
Ranchi: झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ मंगलवार को सचिवालय का घेराव करने जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। भाजपा कार्यकर्ता पुलिस की बेरीकैडिंग तोड़कर सचिवालय परिसर में घुस गए। पुलिस ने भाजपा सांसदों व विधायकों सहित कई नेताओं को हिरासत में लिया है।
झारखंड के हेमंत सोरेन सरकार की नीतियों के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ता सचिवालय घेराव करने निकले थें।भाजपा कार्यकर्ता प्रदेश प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष समेत सांसद, विधायक के नेतृत्व में सचिवालय घेराव करने पहुॅचें थें। प्रदर्शन को लेकर सचिवालय के चारो ओर मजबूत बैरिकेड बनाये गये थे। जैसे ही उग्र प्रदर्शनकारी ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की पुलिस ने पानी की बौछार शुरू कर दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारी और उग्र हो गये और बैरिकेड को तोड़कर सचिवालय की ओर बढ गये। पुलिस ने पहले चेतावनी फिर लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने भाजपा नेता कार्यकर्ता पर जमकर आंसु गैस के गोले दागे। लगभग ढाई घंटे तक सचिवालय और आसपास का क्षेत्र रणक्षेत्र के रूप मे तब्दील रहा ।बड़ी संख्या में महिला नेता कार्यकर्ता के घायल होने की खबर है।
सांसद संजय सेठ, सांसद, विधायक और कार्यकर्ता को घायल अवस्था में ही गिरफ्तार कर लिया गया ।लगभग सौ लोगो को पुलिस गिरफ्तार कर धुर्वा थाने में बैठाए हुए है।भाजपा के नेता विधायक बाबूलाल मरांडी ने इसे हेमंत सोरेन की तानाशाही करार दिया है।उन्होने कहा कि आज यह सिद्ध हो गया की हेमंत सोरेन सरकार अपने काले कारनामा को छुपाने दबाने के लिए किसी भी है तक जा सकती है। इसके पहले
सभा के बाद एक जुलूस के रूप में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सचिवालय की ओर आगे बढ़े
सचिवालय घेराव से पहले प्रभात तारा मैदान पर भाजपा ने एक जनसभा भी की। सभा के मंच पर भाजपा प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत वाजपेयी, प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, सांसद और विधायक प्रमुख रूप से मौजूद थे। सभा के बाद एक जुलूस के रूप में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सचिवालय की ओर आगे बढ़े।झारखंड के सभी भाजपा सांसद, विधायक और कार्यकर्ताओं का जुलूस धुर्वा के प्रभात तारा मैदान से सचिवालय की ओर बढ़ रहा था उसी समय वहां पहले से तैनात पुलिस ने रोकने का प्रयास किया । पहले हमले में बड़ी संख्या में भाजपा सासंद,विधायक और कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़ सचिवालय परिसर में पहुंच गये, जहां उन्हें हिरासत में लिया गया । सासंद समीर उरांव, सुनील सिंह, विधायक बिरंची नारायण के अलावा अन्य नेताओं को हिरासत मेंं लिया गया है। साथ ही महिला मोर्चा की अध्यक्ष आरती कुजूर को भी हिरासत में लिया गया है।
कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पानी की बैछार की गयी
वहीं प्रशासन की ओर से कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पानी की बैछार की गयी ।इसके जवाब में कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पानी के बोतल और पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े तो कुछ देर के लिए कार्यकर्ता पीछे हटे। लेकिन फिर उग्र प्रदर्शन करने लगे। तनाव अधिक होने के कारण वहां की स्थिति गंभीर होने लगी । स्थिती को देखते हुए प्रशासन ने लाठीचार्ज का आदेश दिया है। मौके पर धक्कम-धुक्की में कई मीडियाकर्मी का सिर फट गया है। इससे पहले जगह-जगह लगाए गये बैरिकेडिंग तोड़कर कार्यकर्ता आगे बढ़ रहे थे। भाजपा सांसद जयंत सिन्हा ने पहली बारिकेटिंग तोड़ दी और कार्यकर्ताओं के साथ पहला हमला बोला । भाजपा के द्वारा रणनीति के तहत सचिवालय पर एक साथ हमला नही बोलकर उसे अलग अलग नेता के नेतृत्व में प्रभात तारा स्कुल से भेजा गया । भाजपा के द्वारा प्रभात तारा विधालय मे विशाल पंडाल लगाया गया था जहां विश्राम के साथ साथ भोजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहा था। प्रदेश अध्यक्ष सांसद दीपक प्रकाश, बाबूलाल मरांडी मांडर और नगाड़े की धुन बजाकर कार्यकर्ता संग खुब नाचा गया ।
सचिवालय कर्मी को भी परेशानी का सामना करना पड़ा
सचिवालय घेराव में पुलिस की बैरिकेड और सख्ती से उस क्षेत्र के लोगो को परेशानी उठानी पड़ी। सचिवालय कर्मी को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। घेराव के पहले जो अधिकारी और कर्मचारी सचिवालय में प्रवेश किया वही काम कर सके,लोगो को भय और आंशका के माहौल में देखा गया।सचिवालय घेराव और प्रदर्शन में स्थानीय नेता और कार्यकर्ता मात्र खानापूर्ति कर चलते बने ।जो लोग अन्य जिले से आये थे वो ही अन्त तक डटे रहे।ब ड़ी संख्या में भाजपा नेता कार्यकर्ता धुर्वा थाने की चारों ओर है।अपने नेता की रिहाई के लिए नारे बाजी कर रहे है। रांची के डीसी और एस एस पी लगातार गश्त लगाते देखे गये।