कोलकाता।
पश्चिम बंगाल में शनिवार को चौथे चरण के मतदान के क्रम में कूचबिहार जिले के सीतलकुची स्थित 126 नंबर मतदान केंद्र पर सुरक्षाबलों की आत्म रक्षार्थ फायरिंग में 4 लोग मारे गए। जबकि 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद आयोग ने 126 मतदान केंद्र पर मतदान रोक कर घटना की विस्तृत रिपोर्ट शाम तक तलब की है। चुनाव पर्यवेक्षकों की टीम मौके पर रवाना हो गई है।
जानकारी अनुसार मतदान केंद्र के बाहर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए।जिसमें पहली बार मतदान करने पहुंचे 18 वर्षीय आनंद भ्रमण की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिसको लेकर तनाव फैल गया था। हिंसक भीड़ को संभालने पहुंची केंद्रीय बलों की टीम को तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने घेर कर हमला करने की कोशिश की जिसको लेकर आत्मरक्षार्थ फायरिंग करनी पड़ी। चुनाव आयोग के पुलिस पर्यवेक्षक भी विवेक दुबे ने कहा कि केंद्रीय बलों ने आत्मरक्षा में गोली चलाई है। राजनीतिक संघर्ष को रोकने की कोशिश के दौरान केंद्रीय बल के जवानों पर हमले की कोशिश की गई। तीन चार सौ लोगों ने केंद्रीय बलों को घेर लिया था। वहीं तृणमूल कांग्रेस ने कृचबिहार पुलिस से फायरिंग करने वाले जवानों और केंद्रीय बल के नोडल अधिकारी अश्विनी कुमार सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है।
फायरिंग की घटना को लेकर राजनीतिक रंग देने का अभियान शुरू हो गया है। प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटनास्थल का दौरा करने का ऐलान किया है। तृणमूल कांग्रेस ने मतदान के दौरान हिंसा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेदार बताते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की है। तृणमूल सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने बताया कि रविवार को मुख्यमंत्री मृतकों के घर जाएंगी। जबकि राज्यभर में काला दिवस मनाया जाएगा। इसके माध्यम से केंद्रीय गृह मंत्री से इस्तीफा मांगा जाएगा। इधर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गोलियां चलाने के दावे को खारिज करते हुए सीआईडी जांच का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर फायरिंग हुई है।