रांची। विपक्ष के विधायको ने झारखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन बुधवार को विधानसभा के बाहर धरना दिया। धरने पर बैठे भाजपा विधायक विरंची नारायण, किशुन दास, समरी लाल, पुष्पा देवी, आजसू विधायक लंबोदर महतो और झामुमो के जामा विधायक सीता सोरेन ने हांथो में पोस्टर लेकर विरोध दर्ज किया।
मौके पर पत्रकारो से बातचीत करते हुए जामा विधायक सीता सोरेन ने कहा कि सीसीएल के आम्रपाली परियोजना के तहत शिवपुरी रेलवे साइडिंग में आरकेटीसी-बीएलए कंपनी ने वन भूमि का अतिक्रमण किया है। इसमें अधिकारियों की मिलीभगत है। यह पूरी तरह से सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंधन है।
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने झारखंड के जल, जंगल और जमीन बचाने के लिए लड़ाई लड़ी है। इससे हमारी पार्टी के सत्ता भी मिली है। लेकिन सत्ता पाने का जो मकसद था, वह आज भी पूरा नहीं हुआ है। झारखंड में जमीन की लूट हो रही है। सरकार के पूरे मामले की जांच करनी चाहिए। वहीं आजसू विधायक लंबोदर महतो ने कहा कि टीपीपीएल ललपनिया में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच निगरानी से होनी चाहिए। विधायको के हांथो में जो पोस्टर थे, उसपर लिखा था कि बिजली की हाहाकार, सो रही झारखंड सरकार