हजारीबाग। पुलिस हिरासत से भागने के दौरान चोटिल हुए व्यवसायी सुनील साव की मौत हो गई। मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में एसपी मनोज रतन चौथे ने एएसआई नसीम सिद्दीकी और सीमा हेम्ब्रम को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इधर व्यवसाई सुनील गुप्ता की मौत को लेकर हंगामें मामले में परिजनों ने दो पुलिसकर्मी सहित अन्य पर पीट-पीटकर मारने का लगाया आरोप लगाया है। घटना को लेकर रविवार को परिजनों ने दिनभर खूब बवाल काटा
परिजनों के लिखित आवेदन पर मामला दर्ज किया गया है। बता दे कि परिजनों ने लिखित आवेदन देकर सदर थाना में मामला दर्ज करना चाहा तो उन्हें थाने से लौटा दिया गया। जिसके बाद परिजन विधायक मनीष जयसवाल के साथ थाने पहुंचकर मामला दर्ज करने का दबाव बनाया। विधायक ने डीएसपी महेश प्रजापति से पूछा कि जब आपकी कस्टडी में सुनील कुमार गुप्ता थे तो फिर उनकी मौत कैसे हुई। उनके सवालों पर हजारीबाग पुलिस आनाकानी करती रही। विधायक डीएसपी से उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
सदर विधायक मनीष जायसवाल ने सीधे तौर पर कहा कि इस व्यवसाय की मौत के लिए उनके पास गए पुलिसकर्मी दोषी हैं। और दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस किया जाए अन्यथा हम थाने के बाहर धरने पर बैठ जायेंगे। विधायक मनीष जायसवाल के भारी विरोध को देखते हुए मृतक की पत्नी क्या आवेदन पर टीम में शामिल पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाते हुए उन पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया ।
पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा विधायक दल नेता बाबूलाल मरांडी ने भी अपने ट्विटर पर कहा कि इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस हिरासत में हत्या का गंभीर आरोप है। उन्होंने झारखंड पुलिस के डीजीपी से आग्रह किया कि राज्य उच्च स्तरीय आईपीएस से इसकी होनी चाहिए पीड़ित परिवार को न्याय मिले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से भी संज्ञान लेने की अपील की है।
विधायक मनीष जायसवाल हजारीबाग उपायुक्त नैंसी सहाय के आवास पहुंचे और उनसे मिलकर मामले से अवगत कराते हुए मृतक परिवार को न्याय दिलाने की मांग की साथ ही निष्पक्ष पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल टीम गठित कर पोस्टमार्टम कराने की मांग की। विधायक मनीष जायसवाल को उपायुक्त ने सहाय ने आश्वस्त किया कि विशेष मेडिकल टीम गठित कर मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में रिकॉर्डिंग के साथ मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा एवं इस मामले की जांच विशेष कमेटी गठित कर निष्पक्ष रुप से कराई जाएगी। उपायुक्त के यहां से लौटकर विधायक मनीष जायसवाल हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे जहां दंडाधिकारी सदर सीओ राजेश कुमार के नेतृत्व में तीन सदस्य चिकित्सकों की मेडिकल टीम ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम टीम में डॉ0. अजय भेंगरा डॉ0.सुभाष प्रसाद और डॉ0.अहमद अली शामिल रहे। पोस्टमार्टम के बाद मृतक व्यवसाई का शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया । ताकि इस केस को लीपापोती ना होकर
विधायक मनीष जायसवाल के साथ थाने में सदर विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि दिनेश सिंह राठौर, नगर विधायक प्रतिनिधि आशीष सोनी, दारू विधायक प्रतिनिधि बालदेव बाबू, विधायक प्रतिनिधि शिवपाल यादव, भाजपा नेता अर्जुन साव, अजय साहू, सुनील गुप्ता, कैलाश साव, भाजयुमो नेता विक्रमादित्य, मणिकांत सिंह सहित कई अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहें ।
क्या है मामला
पुलिस ने बताया कि छत्तीसगढ़ से घड़ी कंपनी का सर्फ लदा ट्रक रांची के लिए निकला। ट्रक रांची के बजाय हजारीबाग पहुंचा। घड़ी कंपनी के पदाधिकारी ने सदर में लिखित आवेदन पर मामला दर्ज कराया। जिसके अनुसार महेश सोनी चौक में ट्रक का सामान उतारा गया। इसको लेकर पुलिस छापेमारी करने सुनील गुप्ता के दुकान पहुची। सुनील गुप्ता से पूछताछ कर उसके निशानदेही पर एक अन्य व्यवसाई को भी पुलिस ने उठाया। उस व्यवसाई ने बताया कि उसे भी सामान सुनील ने ही दिया है। जिसके बाद सुनील भाग निकला और छत से गिरने से उसकी मौत हो गई। पुलिस उसे सदर अस्पताल में भर्ती करवा दी। बाद में परिवार वालो ने उसे आरोग्यम में भर्ती करवाया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हालांकि इस संबंध में एसपी मनोज रतन चौथे ने बताया कि पुलिस कस्टडी में भागने के क्रम में चोटिल सुनीव साव का इलाज के दौरान मौत होने की जानकारी मिली है। पुलिस कस्टडी से भागने में प्रथम दृष्टया पुलिसकर्मी की लापरवाही भी सामने आयी है।