गिरिडीह। बीमारी से निजात दिलाने के नाम पर धर्म परिवर्तन कराने के मामले में देवरी पुलिस और धनवार एसडीएम धीरेंद्र सिंह ने एक शिक्षक सहित दो को गिरफ्तार किया है। पुलिस दोनो आरोपितो से पूछताछ कर रही है। बजरंग दल और विहिप कार्यकर्ताओं के सहयोग से गिरफ्तार बेंगाबाद उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक राजेंद्र यादव अपने एक सहयोगी के साथ ग्रामीणों को बीमारी ठीक करने के नाम पर जाल में फंसाता था और धर्म परिवर्तन के खेल में जुटा था।
मामले का इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के अमित कुमार, दीनदयाल उपाध्याय, गौतम पांडे और बालगोविंद कुमार सभी उस स्थान पर पहुंचे। वहां देवरी के जमखोखरो गांव में धर्म परिवर्तन कराने वाले दोनों आरोपित अपने एजेंट के जरिए ग्रामीणों की भीड़ जुटा कर बीमारी ठीक होने का दावा कर कुछ लोगों को ईसाई धर्म के अनुसार पानी पिला रहे थे। इसके लिए दोनों आरोपित बीमारी से पीड़ित लोगों को हिंदू धर्म छोड़ कर ईसाई धर्म अपनाने की बात कर रहे थे। लिहाजा, जब बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के समर्थक गांव पहुंचे तो दोनों आरोपी हिंदू संगठन के समर्थकों से उलझ पड़े। घटना की जानकारी देवरी पुलिस को मिलने के बाद मौके पर पुलिस के साथ एसडीएम धीरेंद्र सिंह और एसडीपीओ मुकेश महतो तीनों अधिकारी गांव पहुंचकर पहले दोनों आरोपियों को दबोचा।
जानकारी के अनुसार जमखोखरों गांव निवासी तारा देवी अपने पति के साथ दिल्ली में रहती थी। पति के मौजूदगी में तारा देवी ने धर्म परिवर्तन करते हुए ईसाई धर्म अपना ली। पति ने विरोध किया, लेकिन कुछ सालों बाद पति की मौत संदिग्ध हालात में हो गई। इसी दौरान तारा का परिचय बेंगाबाद के आरोपी शिक्षक राजेंद्र यादव के साथ हुआ और पहले दोनों ने मिलकर देवरी के जमखोखरो गांव में ग्रामीणों को बीमारी ठीक करने के नाम पर धर्म परिवर्तन कराना शुरू किया। इसी क्रम में रविवार को तारा देवी और आरोपित शिक्षक के साथ मिलकर धर्म परिवर्तन का खेल चल रहा था कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कई समर्थक भी वहां पहुंचे। दोनों आरोपितों की जानकारी देवरी पुलिस को दिया। इसके बाद पुलिस ने दोनों को दबोचा। फिलहाल दोनों से पूछताछ की जा रही है।