Rourkela News:- ओडिशा-झारखंड सीमा पर माओवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए चलाए जा रहे संयुक्त अभियान के तहत सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के केबलांग थाना क्षेत्र से 27 मई को माओवादियों द्वारा लूटे गए विस्फोटकों में से ढाई टन से अधिक विस्फोटक बरामद कर लिए गए हैं।
इस संयुक्त अभियान को ओडिशा स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), झारखंड जगुआर और डिस्ट्रिक्ट वालंटरी फोर्स (DVF) ने अंजाम दिया। ऑपरेशन सारंडा के घने जंगलों में केंद्रित है, जो माओवादी गतिविधियों के लिए लंबे समय से सुरक्षित ठिकाना माना जाता रहा है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, माओवादियों ने 27 मई को एक ट्रक को रोक कर उसमें लदे भारी मात्रा में विस्फोटक लूट लिए थे। इसके बाद राज्य की सुरक्षा एजेंसियों ने फौरन कार्रवाई करते हुए नक्सल प्रभावित इलाकों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया। इसी क्रम में मंगलवार को सारंडा जंगल में छापेमारी कर 2.5 टन से अधिक विस्फोटक सामग्री बरामद की गई।
बरामद किए गए विस्फोटकों में जिलेटिन रॉड, डेटोनेटर और अन्य खतरनाक सामग्री शामिल है, जिसका इस्तेमाल माओवादी सुरक्षाबलों पर हमले के लिए कर सकते थे। पुलिस का कहना है कि यदि समय पर ये विस्फोटक बरामद नहीं किए जाते, तो यह बड़ी त्रासदी का कारण बन सकते थे।
सुरक्षा बलों ने जंगल के अंदर कई संदिग्ध जगहों की घेराबंदी की है और अभियान अभी भी जारी है। माना जा रहा है कि माओवादियों का एक बड़ा गुट अब भी जंगल में सक्रिय है और उनकी तलाश की जा रही है।
राज्य सरकार ने इस सफलता के लिए संयुक्त बलों की सराहना की है और माओवादी गतिविधियों पर सख्त नियंत्रण बनाए रखने का संकल्प दोहराया है।