कोडरमा। स्वतंत्रता दिवस पर उपायुक्त आदित्य रंजन ने मुख्य कार्यक्रम स्थल बागीटांड़ स्टेडियम पर झंडोत्तोलन किया। मौके पर उपायुक्त ने परेड का निरीक्षण भी किया। जिला के उपलब्धियों को गिनते हुए उपायुक्त रंजन ने बताया कि स्वास्थ्य सेवा को और बेहतर बनाये जाने हेतु Emergency Trauma Centre स्थापित की गई है, जिसमें Pipeline Oxygen के साथ Ventilator तथा ICU Bed with Monitor लगाया गया है। आयुष्मान भारत से इलाजरत मरीजों के लिए वातानुकुलित 10 शय्या वाला आयुष्मान वार्ड बनाया गया है। इस वित्तीय वर्ष में विगत चार माह में 4,550 मरीजों का ईलाज किया गया, जिसमें 1,72,59,350 रुपये राशि का संग्रहण हुआ। आयुष्मान में राज्य में कोडरमा जिला ने शीर्ष 5 में जगह बनाई है। कोडरमा जिला अंतर्गत 40 स्वास्थ्य केन्द्रो को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया गया है। सीएचओ के माध्यम से Tele consultation से प्रतिदिन सदर अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा ईलाज किया जा रहा है। जिला प्रशासन की पहल से कई वर्षो से जर्जर पड़े रेफरल अस्पताल डोमचांच को स्वास्थ्य विभाग द्वारा 50 शय्या वाले अस्पताल निर्माण हेतु स्वीकृति प्रदान की गई है। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत सभी नागरिकों का आभा कार्ड बनाया जा रहा है। जिले के सभी नागरिकों से भी अपील है कि आप अपना आभा कार्ड अवश्य बनायें। मौके पर पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव, जिला परिषद् अध्यक्ष रामधन यादव, उप विकास आयुक्त लोकेश मिश्रा , अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थें।
कोडरमा जिला के विभिन्न गांवों को बनाया आत्मनिर्भरः उपायुक्त
‘आजादी के अमृत महोत्सव’ अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को आत्मनिर्भर बनाना है और भारत आत्म निर्भर तभी बनेगा जब भारत का प्रत्येक व्यक्ति, प्रत्येक कस्बा, प्रत्येक गांव आत्मनिर्भर होगा। इस दिशा में जिला प्रशासन द्वारा एक अनुठी पहल की गयी। जिसके तहत स्वावलंबी आदर्श गांव की परिकल्पना करते हुए आज से ठीक 6 महीना पहले जिले के विभिन्न गांवों में कंझाटाँड़, बंदौता फुलवरिया, लक्ष्मीपुर और हरिहरपुर से शुरूआत किया गया। जिला प्रशासन के मार्ग दर्शन में ग्रामीणों ने प्रत्येक दिन रात्रि चैपाल एवं साप्ताहिक ग्राम सभा करते रहें। परिणामस्वरूप आज 120 गाँवो में ग्रामीण सामूहिकता और एकता की भावना के साथ श्रमदान के आधार पर स्वच्छता/ शिक्षा/ जल संरक्षण/ जंगल संरक्षण/ कुप्रथामुक्ति, रोजगार एवं एक प्रगतिशील समाज की दिशा में अनवरत प्रयास किए जा रहे है। ग्रामीणों के सहयोग से लगभग 4200 एकड़ खेतो में मेडबंदी, 2400 एकड़ खेतों में टी सी बी, 04 नए तालाब, 50,000 (पचास हजार) से अधिक पौधारोपण और 06 चेकडैम बनाए जा चुके है। बाल शिक्षा एवं प्रौढ़ शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिदिन 56 गाँवो में शिक्षा केंद्र चलाए जा रहे है। जंगल बचाव के लिए सम्पूर्ण कुल्हाड़ी बंदी किया जा रहा है। वर्तमान समय में डीईजीएस कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र समाहरणाय परिसर, कोडरमा सहित प्रखण्ड परिसर, कोडरमा, झुमरीतिलैया; चंदवारा, जयनगर एवं डोमचांच में कुल पांच प्रशिक्षण केन्द्र का संचालन किया जा रहा है। इन सभी केन्द्रों में कुल 6000 से अधिक लोग प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। वर्तमान में लगभग 2000 बच्चे प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को मनरेगा योजना का एफटीओ तैयार करने, ई-ग्राम स्वराज योजना के तहत ऑनलाईन भुगतान करने सहित अन्य सरकारी कार्यों के ऑनलाईन निष्पादन हेतु एक दिवसीय कम्प्यूटर प्रशिक्षण दिया गया।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किये जा रहे हैं कई कार्यः उपायुक्त
इसके साथ ही उपायुक्त ने बताया कि कोडरमा जिला में पर्यटन को बढावा देने के लिए सभी पर्यटन स्थल को विकसित किया गया है। जिले के कई प्रखंडों के प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार, प्राचीन मूर्तियों को संरक्षित करने हेतु संग्रहालय, करमा बाबाधाम के सौदर्यकरण, वृंदा जल प्रपात के सुदृढ़ीकरण, झरनाकुंड, चंचाल धाम, ध्वाजधारी धाम का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यकरण हेतु कार्य प्रगति पर है। कोडरमा जिले के कई तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। एडवेंचर स्पोर्ट पर्यटकों को आर्कषित करने हेतु 15 से 17 अगस्त तक तिलैया डैम में साहसिक खेल का आयोजन निःशुल्क किया जा रहा है। नगर पंचायत, कोडरमा क्षेत्र में वर्षों से लंबित टाउनहॉल निर्माण का कार्य चल रहा है। टाउन हॉल के निर्माण हो जाने से विभिन्न नागरिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए सुविधाएं भी मिलेगी एवं जिला के लिए एक प्रतिकात्मक भवन के रूप में जाना जायेगा। साथ ही लगभग 50 दुकानों का निर्माण किया जा रहा है ताकि फुटपाथ व्यवसायियों को स्थायी स्थान दिया जा सके।
ईकोर्ट में मामले निस्पादन में कोडरमा जिला दूसरे स्थान परःडीसी
जिला के युवाओं की खेल प्रतिभा को निखारने एवं खेल के क्षेत्र में विकास हेतु फुटबॉल, कबड्डी (बालक), खो-खो, कुश्ती (बालिका), कराटे, जुड़ो (बालक-बालिका) के डे-बोर्डिंग का अधिष्ठापन एवं 2 आवासीय सेन्टर (फुटबॉल एवं एथलेटिक्स), तीरंदाजी हेतु जिला स्तरीय खेलो इंडिया सेंटर खोलने का प्रस्ताव विभाग को भेजा गया है, जो कि इसी बागीटाँड़ स्टेडियम के प्रांगण में निर्मित होगा। मनरेगा अन्तर्गत इस वित्तीय वर्ष 2022-23 में 1.05 लाख मानव दिवस सृजित किया गया, जिसमें महिलाओं का प्रतिशत 50.96 है, जो राज्य में प्रथम है। कुल 11 मनरेगा पार्क की योजनाएँ चिन्हित की गई है, जिसमें कुल 115 एकड़ भूमि पर कार्य चल रहा है। वन विभाग द्वारा अबतक जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कुल 3,42,750 पौधे लगाये जा चुके हैं एवं 4,01,935 पौधे लगाये जाने की योजना है। ई-कोर्ट निष्पादन में इस जिले के राजस्व न्यायालय में कुल 3871 मामलों में से 3264 मामले निस्पादन किए गए, जो 84.31 प्रतिशत है। मामले निस्पादन में कोडरमा जिला राज्य में द्वितीय स्थान पर है।
अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले को किया गया सम्मानित