ग्रामीणों के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ
कोडरमा।
एक महिला की शिकायत पर आरोपियों के साथ पुलिस द्वारा मारपीट किए जाने के आरोप पर पहुंचे गांगडीह के ग्रामीणों ने शनिवार को सतगामा थाने में जमकर बवाल काटा। पहले उग्र ग्रामीणों की भीड़ ने गांगड़ीह के पास सड़क जाम किया। फिर थाने के पास सड़क पर टायर जलाकर आक्रोश व्यक्त किया। इस दौरान उग्र होकर थाने पर पथराव करने लगे जिससे संतरी के घर की खिड़की का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। ग्रामीण महिलाओं की भीड़ थाने के गेट के पास जमा होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करती रही। मामले को बढ़ता देख थाने में सीआरपीएफ जवानों को अंततः पुलिस प्रशासन द्वारा बुलाया गया और अन्य ग्रामीणों के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ।
ग्रामीणों का आरोप है कि उसके गांव के झाड़-फूंक करने वाली एक महिला ने थाने में आवेदन देकर डायन बिसाही को लेकर कुछ ग्रामीणों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाई थी। शनिवार को शिकायतकर्ता महिला का घर ग्रामीणों द्वारा घेरे जाने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला का बचाते हुए उसे अपने कब्जे में लेकर थाने आ गई।
जानकारी अनुसार गांव के राज कुमार राजवंशी के 10 वर्षीय पुत्र की तबीयत गत दिनों पूर्व खराब हुई थी। परिजन उसका झाड़-फूंक कराने गांव की एक महिला के पास गए थे ,पर उसने झाड़-फूंक करने से मना कर दिया। इस दौरान शुक्रवार को बच्चे की मौत हो गई। इस पर बच्चे के नाराज परिजनों ने महिला के साथ मारपीट की थी। इसको लेकर महिला ने उसी दिन थाने में शिकायत की थी। शिकायत मिलने पर पुलिस ने शुक्रवार को ही आरोपितों को बुलाया था पर वह नहीं आए। वहीं शनिवार की सुबह आराेपियों द्वारा महिला का घर घेरे जाने की सूचना पर थाने के एसआई मुकेश यादव दल बल के साथ गांव पहुंचे थे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस की मारपीट में राज कुमार राजवंशी सहित उनकी पत्नी व बच्चे घायल हो गए। जबकि पुलिस ने मारपीट की घटना से इंकार किया है।