गिरिडीह।
धनबाद के बरवाअड्डा से लोड हार्डकोक कोयला ट्रक के गायब होने के मामले का पुलिस ने बुधवार को खुलासा किया है। ट्रक को गायब करने की साजिश ट्रक मालिक निजामुद्दीन अंसारी और चालक मो. आजाद ने ही रची थी, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं साजिश में शामिल दो सहयोगी दिलदार अंसारी और रिऋी शर्मा पुलिस के गिरफ्त से बाहर हैं।
बुधवार को प्रेसवार्ता में सदर एसडीपीओ अनिल सिंह ने बताया कि गत 2 अगस्त को गिरिडीह के कोयला कारोबारी सह जय माता दी ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक विश्वजीत उर्फ गुड्डू सिंह ने ताराटांड़ थाना में कोयला लोड ट्रक चोरी होने का केस दर्ज कराया था। केस दर्ज होने के बाद ताराटांड थाना पुलिस जांच में जुटी थी। जिसमें यह बात सामने आयी की ट्रक को गायब करने की योजना खुद मालिक ने बनाई थी।गिरिडीह से धनबाद के बीच सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, तो पूरे रास्ते में हार्डकोक कोयला लोड ट्रक कहीं नजर नहीं आया। शक बढ़ने पर चालक आजाद से पूछताछ की गयी। पूछताछ में ही आजाद ने ट्रक चोरी की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए ट्रक मालिक फुसरो के संडे बाजार निवासी निजामुद्दीन अंसारी और दिलदार अंसारी के साथ रिऋी शर्मा के शामिल होने की बात बतायी। पुलिस को गुमराह करने के लिए तीनों ने मिलकर चालक आजाद को बड़कीटांड के जंगल में एक पेड़ से बांध दिया था। चालक की निशानदेही पर मालिक निजामुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। ट्रक मालिक ने कोयला 20 लाख में बेचने की बात बतायी है। बरवाअड्डा में जय माता दी ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक गुड्डु सिंह द्वारा पांच लाख 80 हजार में कोयले की खरीदारी की गयी थी। प्रेसवार्ता के दौरान अधिकारियों ने बताया कि निजामुद्दीन ने अपने इस ट्रक में कोयला लोड कराकर हल्दिया पोर्ट भेजा था। जहां से कोयले के रैक को कहीं और जाना था। इस दौरान ट्रक के सारे दस्तावेज नहीं रहने के कारण वापस लौटा दिया गया। जिसके बाद ट्रक की चोरी की योजना बनाई गयी। ट्रक को 4 दिनों तक छिपा कर रखा गया। आरोपी ट्रक मालिक के पास से 50 हजार बरामद भी किया है.