पटना।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के आश्वासन के बावजूद राज्य के सभी 9 मेडिकल कॉलेजो के जूनियर डॉक्टरो का हड़ताल गुरूवार को 9वें दिन भी जारी रहा। जूनियर डॉक्टर स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग पर अड़े है और सरकार से लिखित आश्वासन चाहते है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल कॉलेज हॉस्पीटल के अधीक्षको और प्राचार्यो को नए सिरे से हड़ताली डॉक्टरो को चिन्हित करते हुए नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है। वहीं राज्य सरकार हड़ताली जूनियर डॉक्टरो के खिलाफ अदालत जाने की तैयारी भी कर रही है। जूनियर डॉक्टरो के हड़ताल के कारण मरीजो के इलाज पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ रहा है। सबसे अधिक परेशानी गरीबो काे हो रही है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने गुरूवार को हड़ताली डॉक्टरो पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि हड़ताली डॉक्टरो का नेतृत्व ने मिलकर हड़ताल वापस लेने का वादा किया था, पर वे अपने वादे से मुकर गए और हड़ताल वापस नहीं लिया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हड़ताली डॉक्टरो से बार बार हड़ताल वापस लेने की अपील की जा रही है, पर वे अपील को नजर अंदाज कर रहे है। उनकी मांगो पर सरकार विचार करने को तैयार भी है। जबकि हड़ताल के कारण मरीजो की हालत खराब है। मालूम हो कि स्वास्थ्य विभाग के प्रयास के बावजूद हड़ताल का अब तक कोई नतीजा नहीं निकला है। हड़ताली डॉक्टरो पर चेतावनी का भी कोई असर होता नही दिख रहाहै।