रामगढ़। भारत फाइनेंस कंपनी के फील्ड स्टाफ ने ही अपने दो अन्य दोस्तो के साथ मिलकर करीब डेढ़ लाख रूपए की लूट की साजिश रची थी। लेकिन तकनीकी जांच में उसकी झूठ की साजिश बेपर्दा हो गया। रामगढ़ के एसडीपीओ किशोर कुमार रजक ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में घटना का खुलासा किया ह। इस मामले में नियामुद्दीन अंसारी और सद्दाम हुसैन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मालूम हो कि फाइनेंस कंपनी के फील्ड स्टाफ नियामुद्दीन अंसारी ने शुक्रवार को बरलांगा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराया था, जिसमें उसने कहा है कि अज्ञात अपराधियों ने उससे कंपनी के 147283 रूपए लूट लिए है। उसने मोटरसाईकिल की चाभी और मोबाईल लूटने की भी शिकायत की है।
एसडीपीओ के मुताबिक जब मोबाइल का सीडीआर निकाला गया तो पता चला कि नियामुद्दीन अंसारी ने ही अपने गांव के दोस्त मेराज अंसारी और सद्दाम हुसैन के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी। उसने यह बताया था कि वह फील्ड का कलेक्शन करके लौटते वक्त सुनसान इलाके के पास मौजूद रहेगा। जहां से वे लोग रुपये और बाइक की चाबी लेकर निकल जाएंगे।
जब पुलिस ने नियामुद्दीन अंसारी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरी योजना का खुलासा किया। उसके घर पर खुखरा गांव में छापेमारी की गई तो उसके साथी सद्दाम हुसैन के पास से लूट में प्रयोग किया गया एक बजाज पल्सर मोटरसाइकिल, नियामुद्दीन की बाइक की चाबी और 7800 रुपये बरामद हुए। इस दौरान मेराज अंसारी भागने में सफल रहा। उसके यहां से नियामुद्दीन की लूटी गई मोबाइल और लूट में इस्तेमाल हुए बजाज पल्सर मोटरसाइकिल बरामद हुआ।