दुमका।
सरना कोड को लागू किए जाने को लेकर जल्द ही विधानसभा का विशेष सत्र आहूत की जाएगी। इस संबंध में राज्यपाल को प्रस्ताव भेजा जाएगा। यें बातें शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। हेमंत ने कहा कि सरना धर्म कोड लागू किए जाने की मांग को लेकर आज भी उनसे कई सामाजिक संगठनों और छात्र-छात्राओं के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की थी। इस संबंध में उनके द्वारा फोन पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से वार्ता की गई है। साथ ही झारखंड राज्य स्थापना दिवस 15 नवंबर के पहले विशेष सत्र आहूत कर सरना धर्म कोड लागू करने का प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भेज दी जाएगी। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार जनगणना 2021 में अलग सरना धर्म कोड की व्यवस्था को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने बताया कि जनगणना में विभिन्न वर्गों के लिए कॉलम की व्यवस्था की गई है मगर आदिवासियों के लिए कोई कॉलम नहीं है। इसके कारण आदिवासी समुदाय काफी चिंतित हैं।
भाजपा की टीम में छुरा भोंकने से लेकर बेवकूफ बनाने वाले लोग हैं शामिल
बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री सोरेन ने भाजपा नेताओं की बयानबाजी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा की टोली में कई तरह के लोग शामिल हैं। इसमें एक पूरा भोंकता है, दूसरा दवा मरहम लगाता है, तीसरा सहानुभूति दिखाता है और चौथा बेवकूफ बनाने का काम करता है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नीति से पूरा देश वाकिफ है।
रघुवर दास का जगह जनता ही तय करें
हेमंत सोरेन ने पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा नेता रघुवर दास द्वारा लगातार लगाए जा रहे आरोपों के जवाब में कहा कि वे जिस तरह की भाषा का प्रयोग करते हैं उसे प्रारंभ में स्लिप ऑफ टंग समझ कर अनसुना किए जाने का प्रयास किया गया था। लेकिन उन्होंने अपने लगातार इस तरह के बयान से यह साबित कर दिया है कि उनका बोलचाल और आचरण ही वैसा है। सोरेन ने कहा कि रघुवर दास के बयान पर कुछ खास नहीं कहना है। समाज में हर तरह के लोग होते हैं। चोर भी होता है, पुलिस भी होता है, पॉकेट मार भी होता है, और बुद्धिजीवी लेखक एवं कवि भी होता है। रघुवर दास का स्थान किस जगह है वह लोग ही समझे।