धनबाद। निरसा थाना अंतर्गत ईसीएल मुगमा एरिया के कापासरा आउटसोर्सिंग में सोमवार की शाम अवैध खनन के दौरान चाल धंसने और उसमें दबकर तीन लोगों की मौत एवं तीन अन्य लोगों के घायल होने की सूचना पर मंगलवार को निरसा एडीपीओ पीतांबर सिंह खेरवार, एग्यारकुंड अंचलाधिकारी अमृता कुमारी, निरसा थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक दिलीप कुमार यादव, कापासारा प्रबंधक एवं ईसीएल की सुरक्षा टीम घटना स्थल का निरीक्षण करने पहुंची।
निरीक्षण के बाद अधिकारियों ने इसमें ईसीएल द्वारा सुरक्षा में लापरवाही बरतने की बात कही । उल्लेखनीय है कि बीते दिन घटना के बाद जब पुलिस प्रशासन तथा ईसीएल से इस संबंध में पत्रकारों द्वारा जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो प्रशासन ने ऐसी किसी भी तरह की घटना की जानकारी होने से साफ इनकार कर दिया था। देर शाम जब अवैध खनन में दबे एक मजदूर का शव बरामद हुआ, तब घटना की सच्चाई सामने आई थी।
सोमवार की संध्या लगभग सात बजे पूर्व विधायक अरूप चटर्जी कापासारा घटनास्थल पहुंचे थें। टॉर्च की रौशनी की मदद से अंधेरे में काफी मशक्कत के बाद वह उस जगह पहुंचे जहां घटना हुई थी। वहां देखा कि एक बहुत बड़े क्षेत्र में अवैध उत्खनन का काम किया जा रहा है। वहीं पास में देखा कि एक ग्रामीण का शव पड़ा हुआ था जिसे उसके साथियों ने बोरियों से ढक दिया था। सूत्रों के अनुसार ग्रामीणों द्वारा दो लोगों के शव निकाले जा चुके थे।
वहीं कुछ ग्रामीणों का कहना था कि मृतक बीरभूम के थे तो कुछ का कहना है कि मृतक स्थानीय थे। चटर्जी ने कहा कि बांस के पिल्लर बना कर अपनी जान को जोखिम में डालते हुए सैकड़ों ग्रामीण रोजाना उस मौत नुमा मुहाने में जाते हैं। सरकार कोयले के इस अवैध उत्खनन को रोकवाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। कहा कि लगभग दस लोगों के दबे होने की आशंका है। कहा कि अगर प्रशासन एक सौ मीटर के दायरे में रेस्क्यू ऑपरेशन करे तो दर्जनों शव निकल सकते हैं।
मंगलवार को दौरे के बाद अधिकारियों ने पत्रकारों को बतायां कि ईसीएल अपने क्षेत्र का सही से निगरानी नहीं कर पा रही है, जिसके कारण आये दिन इस तरह की घटना की सूचना मिलती रहती है। मौके पर मौजूद कापासारा कोलियरी के सहायक प्रबंधक समीर अंसारी एवं ईसीएल सुरक्षा टीम को सख्त हिदायत दी गई कि सुरक्षा का कड़ा प्रबंध ईसीएल करे। जिन जगहों पर काम नहीं हो रहा है उसकी अविलंब भराई कराए।