रांची। झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन बुधवार को सदन की कार्यवाही प्रारंभ होते ही महाशिवरात्रि के दिन देवघर मंदिर में हुई अवस्था का मुद्दा गरमा गया। शिवरात्रि के दिन देवघर के बाबा मंदिर में बड़कागांव की कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के साथ मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त के द्वारा किये गए दुर्व्यवहार का मामला उठा। विधायक अंबा प्रसाद ने स्पीकर को पूरे मामले की जानकारी दी। अंबा प्रसाद ने कहा कि वह शिवरात्रि पर देवघर गई थीं। मंदिर में अव्यवस्था का माहौल था। मैंने एसडीओ को बुलाया, वे नहीं आए। मुझको खुद आने को कहा। अभिवादन का जवाब नहीं दिया। स्पीकर ने निर्देश दिया कि सरकार एक्शन ले। इन लोगों का मन बढ़ गया है। विधायक ने कहा कि मुझसे खराब व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा कि मेरे निजी सचिव को को घसीटकर निकाला। मंदिर के प्रबंधक ने बदतमीजी की गई। इस पर विधानसभा के स्पीकर ने राज्य सरकार को कार्यवाई का निर्देश दिया। स्पीकर के आदेश के बाद संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने इस मामले पर कार्यवाई का आश्वासन दिया। विधानसभा में मामला उठने के बाद देवघर जिला प्रशासन ने इस मामले में जांच बैठा दी। डीसी मंजूनाथ भजंत्री द्वारा जानकारी दी गयी कि महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा बैद्यनाथ मंदिर परिसर में विधायक अम्बा प्रसाद से जुड़े मामले को लेकर तत्संबंधी जांच करने का निदेश डीडीसी कुमार ताराचन्द्र को दिया गया है। डीडीसी से मामले की जांच 48 घंटे के अंदर उपायुक्त कार्यालय को तथ्यात्मक जवाब प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया है, ताकि उक्त जांच प्रतिवेदन के आलोक में संदर्भित कार्रवाई की जा सके। वहीं विपक्षी दल भाजपा के विधायकों ने सरकार पर चौतरफा हमला बोल दिया। भाजपा विधायकों ने सत्ताधारी दल की कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के साथ देवघर मंदिर में हुए व्यवहार के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही कहा कि अंबा का अपमान पूरे सदन का अपमान बताया।
मॉब लिचिंग के मुद्दे पर दोषियों को फांसी देने की मांग को लेकर विधानसभा के बाहर धरना प्रदर्शन
वहीं दूसरी तरफ मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर सरकार का घेराव किया। मॉब लिचिंग के मुद्दे पर दोषियों को फांसी देने की मांग को लेकर सदर के अंदर नारेबाजी की गई। इससे पहले इस मुद्दे पर भाजपा के विधायकों ने विधानसभा के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। विधायकों ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर सरकार पर सीधा हमला बोला। सरकार के खिलाफ पोस्टर लेकर बैठे विधायकों ने जमकर नारेबाजी की गई। इसमें हजारीबाग के बरही निवासी रूपेश पांडेय तथा सिमडेगा के संजू प्रधान की मौत पर सवार उठाए गए। भाजपा के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि हेमंत सरकार में कोई सुरक्षित नहीं है। लोग उन्मादी भीड़ के शिकार हो रहे हैं। सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। संजू प्रधान और रूपेश पांडेय का मामला प्रमाण है। भाजपा इस मामले के विरोध में लगातार आंदोलन करेगी। रूपेश के मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की गई।