Koderma: जिला मुख्यालय से सटे नगर पंचायत के वार्ड नंब 1 फुलवरिया और डुमरियाटांड़ से स्कूल के लिए बच्चों को लेकर जा रही वैन को जब्त करने के बाद ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा, वन विभाग के कार्यालय पहुॅचकर ग्रामीणों ने तोड़फोड़ भी की। बाद में वैन को छोड़े जाने पर ग्रामीण शांत हुए। घटना के बाद काफी देर तक बच्चें भी वन विभाग के कार्यालय के बाहर बैठे रहे।
जानकारी अनुसार बुधवार की सुबह बालाजी पब्लिक स्कूल की वैन बच्चों को लेकर आ रही थी। इसी दौरान वन्य प्राणी आश्रयणी के रेंजर रामबाबू राम के निर्देश पर वन कर्मियों ने बच्चों काे उताकर वैन को जब्त कर लिया। रेंजर रामबाबू ने बताया कि वन प्राणी आश्रयणी क्षेत्र में वाहन चलाने की अनुमति नहीं है जिसके तहत यह कार्रवाई की गई है। जब गांव में ग्रामीणों को इसकी जानकारी हुई तो बड़ी संख्या में पहुंचे ग्रामीण महिला -पुरुष ने रेंजर कार्यालय का घेराव कर दिया। इस दौरान वहां तोड़फोड़ भी की गई।
घटना से आक्रोशित महिलाओं ने बताया कि देश को आज़ाद हुए करीब 75 वर्ष हो गया है लेकिन आज तक उनके इलाके में मूलभूत सुविधाएं भी नसीब नहीं हुई है। मेहनत मजदूरी कर अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए उन्हें निजी विद्यालय में शिक्षा दिलाई जा रही है। ऐसे में वन विभाग के द्वारा रोक लगाई जा रही है।
गौरतलब हो कि नगर पंचायत के फुलवारिया और डुमरियाटांड़ वह इलाका है जहां जाने के लिए कोडरमा वन्य प्राणी आश्रयणी होकर गुजरना पड़ता है। करीब 1 किलोमीटर तक वन भूमि पड़ती है। जिसके कारण अबतक विभाग की एनओसी नहीं मिलने के कारण अबतक इस गांव में ना तो बिजली पहुंची है और ना ही पक्की सड़क बन पाया है। यहां अधिकांश बिरहोर जाति के लोग रहते है। घटना के बाद कोडरमा पुलिस भी मौके पर पहुॅची। कार्यालय में तोड़फोड़ को लेकर विभाग की ओर से कार्रवाई किए जाने की बात कही गई है।
वहीं मामले में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने इसे अमानवीय कृत्य बताया है । उन्होने कहा कि यह संकेत दे रहा है कि सत्ता शीर्ष के संरक्षण में बेलगाम हुए अधिकारी कैसे गुंडों जैसा व्यवहार कर रहे हैं। इससे पहले भी रेंजर के खिलाफ आम जनता के साथ बदसलूकी की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जिले के उपायुक्त, डीएफओ एवं एसपी से इस मामले पर बातचीत कर रेंजर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करूंगी