नवादा।
मंडल कारा में बंद विचाराधीन कैदी एसएफसी के सहायक प्रबंधक कामता प्रसाद की मौत रविवार की रात हो गई। सोमवार को मंडल कारा के अन्य कैदियों ने मामले की जांच जेल आईजी से कराने को लेकर हंगामा किया। हलांकि जेल अधिकारी ने हंगामे की बात से इंकार किया है। सहायक प्रबंधक की मौत को मीडिया से छिपाने का भी भरसक प्रयास किया गया पर विफल हो गया। मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। जब की मौत के कारणों की जांच कराने की बात कही है।
जानकारी अनुसार मृतक बंदी पटना के गर्दनीबाग जक्कनपुर के रहने वाले थे। 12 जुलाई 2019 से गबन के मामले में जेल में बंद थे। रविवार की रात को अपने वार्ड में टीवी देख रहे थे। इस दौरान पेशाब करने शौचालय की तरफ गए जहां चक्कर आने से भी जमीन पर गिर गए। अन्य बंदियों की सूचना पर उसे जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसके बाद तत्काल बंदी को सदर अस्पताल लाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि राज्य खाद्य निगम के अधिकारी कामता प्रसाद नरहट और सिरदला प्रखंड में सहायक गोदाम प्रबंधक के तौर पर पदस्थापित थे। तभी उन पर गबन का आरोप लगा। इसके आधार पर नरहट थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।