कुलगाम।
जम्मू कश्मीर में भाजपा कार्यकर्ताओं के हत्या का दौर थम नहीं रहा है। गुरुवार की रात आतंकियों ने कश्मीर के कुलगाम में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला महासचिव फिदा हुसैन समेत तीन भाजपा नेताओं की गोली मारकर हत्या कर दी। प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा नेताओं की हत्या की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि फिदा हुसैन पार्टी के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले तेज युवा नेता थे। इस दुख की घड़ी में उनकी संवेदना परिवारों के साथ है। उल्लेखनीय है कि भाजपा युवा मोर्चा के महासचिव फिदा हुसैन अपने दोस्त साथियों उमर रसीद बेग और उमर हन्नान के साथ गुरुवार रात 8 बजे अपने घर की तरफ जा रहे थे। रास्ते में वाईके पोरा इलाके में घात लगाकर बैठे आतंकियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। हमले के बाद आतंकी वहां से फरार हो गए। घायल भाजयुमो महासचिव फिदा हुसैन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकी घटना में घायल उम्र रसीद देव और उम्र हनुमान को अस्पताल पहुॅचाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस और सेना पूरे इलाके को घेर कर सर्च ऑपरेशन चला रही है। इस दौरान आतंकियों को पकड़ने के लिए एक एक घर की तलाशी ली जा रही है। जानकारी अनुसार आतंकी एक वाहन पर सवार होकर आए थे और घटना को अंजाम देने के बाद वहां से भाग निकले।
3 माह के दौरान कई भाजपा नेताओं की हो चुकी है हत्या
जम्मू कश्मीर में पिछले 3 माह के दौरान लगातार भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या का दौर जारी है। 8 जुलाई को बांदीपोरा में आतंकियों ने भाजपा नेता वसीम बारी के अलावा उनके पिता और भाई की हत्या कर दी थी। भाजपा नेता की हत्या उस समय की गई जब वह अपने पिता और भाई के साथ दुकान पर थे। वही 7 अगस्त को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों ने भाजपा नेता सज्जाद अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी थी। 10 अगस्त को बडगाम में बीजेपी नेता अब्दुल हमीद नजर कि घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सितंबर में मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में भी एक भाजपा कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके अलावा बड़गांव के दलवास गांव में खग बडगाम के बीडीसी अध्यक्ष और भाजपा के सरपंच भूपेंद्र सिंह को उनके घर में घुसकर गोली मार दी गई। इन दोनों हत्याओं की जिम्मेवारी आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है। अक्टूबर महीने की 4 तारीख को कांजीगुंड के ही अखरान इलाके में भाजपा सरपंच आरिफ अहमद को आतंकियों ने मीर बाजार में गोली मारकर हत्या कर दी थी। 7 अक्टूबर को गांदरबल इलाके में आतंकियों ने बीजेपी नेता गुलाम कादिर के घर पर हमला किया था। हालांकि इस घटना में गुलाम कादिर बाल-बाल बच गए थे। मगर उनका पीएसओ अल्ताफ हुसैन शहीद हो गया था। मुठभेड़ में एक आतंकी भी मारा गया था।