हजारीबाग।

बरही के ब्लॉक कैंपस स्थित सरकारी आवास में रविवार को एक व्यक्ति राजकुमार दास (45) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जाता है कि राज कुमार दास अपनी पत्नी के तबादला से डिप्रेशन में थे। शव के पास से पुलिस को एक सुसाइट नोट भी मिला है, जिसमें अस्पताल प्रभारी डा. शशि शेखर प्रसाद सिंह समेत सिविल सर्जन डा. संजय जायसवाल, नोडल पदाधिकारी डाॅ. प्रकाश ज्ञानी व अपर अधीक्षक रमण प्रसाद सिन्हा व अन्य कर्मचारियों की अपनी मौत का जिम्मेवार बताया है।
मृतक के पुत्र सूरज कुमार ने बताया कि उसकी मां गुडिया देवी बरही अनुमंडलीय अस्पताल में 15 वर्षो से स्वीपर पद पर कार्यरत्त थी। उसका तबादला चुरचू अस्पताल में कर दिया गया है, जिसके कारण उसके पिता डिप्रेशन में थे और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वहीं मृतक की पत्नी गुड़िया देवी ने बताया की उसे अस्पताल के नए क्वार्टर में शिफ्ट होनेे के मात्र दो दिन बाद ही अस्पताल के कर्मियों ने साजिश कर उसे हटवा दिया । मृतक का पत्नी के अलावा दो बेटी व एक बेटा है।
वहीं चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ. शशि प्रसाद सिंह व डा. प्रकाश ज्ञानी ने आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि अस्पताल के स्टाॅफ की शिकायत पर सिविल सर्जन ने जांच कमेटी से मामले की जांच करायी थी।