रांची। अरगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित सहजानंद चौक के समीप अज्ञात अपराधियों ने मंगलवार को सुषमा बड़ाईक को गोली मारकर घायल कर दिया। आनन-फानन में घायल सुषमा बड़ाईक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना को बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने सुषमा पर तीन गोलियां चलाई हैं। बताया जा रहा है कि सुषमा बड़ाइक बाइक से अपने बॉडीगार्ड के साथ जा रही थी। इसी दौरान गोली चलाई गई । घटना की जानकारी मिलने के बाद अरगोड़ा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है ।अरगोड़ा थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
सुषमा बड़ाइक से जुड़े एक मामले की झारखंड हाई कोर्ट में मंगलवार सुनवाई होनी थी लेकिन इससे पहले ही उसे गोली मार दी गई। वह कोर्ट में अपना पक्ष खुद ही रखने वाली थी। बताया गया है कि सुषमा से संबंधित केस संख्या 531/2020 झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस संजय कुमार द्विवेदी की कोर्ट में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध है। इस केस में वह आज अपना पक्ष खुद ही रखने वाली थी। सुनवाई से पहले सुबह अज्ञात अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी।
सुषमा बड़ाइक को गोली मारे जाने की घटना में हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा के पूर्व प्रवक्ता दानिश रिजवान शक के घेरे में हैं। पुलिस को संदेह है कि दानिश के इशारे पर घटना को अंजाम दिया गया है। उल्लेखनीय है कि दानिश रिजवान पर सुषमा बड़ाइक ने पटना स्थित सचिवालय थाने में रेप के आरोप में केस दर्ज करवाया है। सुषमा बड़ाइक का दावा है कि उसका बेटा दानिश का है। इस बीच मंगलवार को अरगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित सहजानंद चौक के समीप बाइक सवार तीन अपराधियों ने सुषमा को गोली मार दी। उसे गंभीर हालत में मेडिका में भर्ती कराया गया है।
दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक सुषमा साल 2011 में पटना आई थी। वह काम खत्म करने के बाद वापस पटना जंक्शन लौट रही थी। जिस समय वो स्टेशन पहुंची, उस वक्त वहां कोई ट्रेन रांची के लिए नहीं मिली। तभी कुछ बदमाश वहां पहुंचे, जिनसे डरकर वो स्टेशन के बाहर आ गई। उसने दानिश रिजवान को देखा और मदद मांगी। फिर दानिश उसे सचिवालय थाना इलाके के एक फ्लैट में ले गए।
फ्लैट में दानिश ने दो प्लेट खाना मंगवाया। खाना खाने के बाद उसे नशा हो गया। एफआईआर में आरोप लगाया कि उसी दौरान दानिश ने गलत हरकत की। एफआईआर में इस बात का जिक्र है कि जिस वक्त ये सब कुछ हुआ, उस समय वो पूरी तरह से बेहोश नहीं थी। अर्द्धबेहोशी की हालत में उसे खुद को बचाने की ताकत नहीं बची थी। अगले दिन सुबह छह बजे रांची के लिए रवाना हुई। कुछ दिन बाद पता चला कि गर्भवती हूं। बच्चे को जन्म दिया। सुषमा का दावा है कि बच्चा दानिश का है। मामले में रांची में जीरो एफआईआर कर इसे सचिवालय थाना को भेज दिया था। उल्लेखनीय है कि बहुचर्चित आइपीएस पीएस नटराजन पर यौन शोषण केस कर सुषमा बड़ाइक चर्चा में आयी थी। इसके अलावा सुषमा ने 50 से ज्यादा लोगों पर दुष्कर्म, दुष्कर्म का प्रयास और यौन शोषण का आरोप लगाकर केस की है।