बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान ‘डाना’ की वजह से झारखंड समेत पूरे पूर्वी भारत में मौसम का मिजाज बदलने वाला है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के रांची स्थित केंद्र ने येलो अलर्ट जारी किया है, जो तेज हवाओं और भारी बारिश का संकेत देता है। इस तूफान का असर झारखंड, बिहार, ओडिशा, और पश्चिम बंगाल में व्यापक रूप से दिखने की उम्मीद है।
ओडिशा और बंगाल के बीच से गुजरेगा ‘डाना’
मौसम विभाग ने बताया है कि ‘डाना’ चक्रवाती तूफान बेहद तेजी से आगे बढ़ रहा है, और इसकी रफ्तार अब 120 किलोमीटर प्रति घंटे हो गई है। यह निम्न दबाव का क्षेत्र 23 अक्टूबर तक चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा। तूफान 24 अक्टूबर की रात और 25 अक्टूबर की सुबह के बीच ओडिशा के पुरी और पश्चिम बंगाल के सागरद्वीप के बीच से गुजरेगा।
झारखंड, बिहार और बंगाल में दिखेगा ‘डाना’ का असर
‘डाना’ का असर झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में भी देखने को मिलेगा। आईएमडी के अनुसार, 24 अक्टूबर को झारखंड में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है, जबकि 23 अक्टूबर से ही मौसम में बदलाव दिखने लगेगा। विभाग के अनुसार, ओडिशा और बंगाल के कुछ हिस्सों में 23 से 25 अक्टूबर के बीच तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है।
120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
चक्रवाती तूफान के दौरान हवाओं की गति 100-110 किमी प्रति घंटे से लेकर 120 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। ओडिशा और बंगाल के दक्षिणी हिस्सों में सबसे अधिक प्रभाव देखने को मिलेगा। आईएमडी के अनुसार, ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है, जबकि कोलकाता और दक्षिणी बंगाल में भी गरज के साथ तेज बारिश हो सकती है।
झारखंड के लिए येलो अलर्ट जारी
मौसम विज्ञान केंद्र ने झारखंड के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जो 23 अक्टूबर से प्रभावी होगा। झारखंड के कोल्हान क्षेत्र में भारी बारिश हो सकती है, जबकि राज्य के अन्य हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी निदेशक अभिषेक आनंद ने बताया कि 23 अक्टूबर से राज्य के मौसम में स्पष्ट बदलाव देखने को मिलेगा।
चक्रवात का नाम ‘डाना’, कतर ने दिया नाम
इस चक्रवाती तूफान का नाम ‘डाना’ रखा गया है, जिसका अर्थ है ‘खूबसूरत अनमोल मोती’। इसका नामकरण कतर द्वारा किया गया है। यह तूफान पूर्वी भारत में भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ व्यापक प्रभाव डालने वाला है।