बोकारो। कोडरमा के पूर्व सांसद एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रो. रवींद्र राय के काफिले पर रविवार दोपहर हमला हुआ है। वे किसान मोर्चा के कार्यक्रम में हिस्सा लेने बोकारो के रास्ते धनबाद जा रहे थे। इसी दौरान तेलमोच्चा दामोदर पुल के पास उनकी गाड़ी पर पथराव किया गया। इसमें वाहन के शीशे टूट गए। चालक के साथ मारपीट की गई। इसके अलावा अंगरक्षक के साथ धक्का-मुक्की और अमर्यादित व्यवहार किया गया। मामले में चास के मुफ्फसिल थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है।
जानकारी अनुसार राज्य सरकार की ओर से बनाई गई नियमावली के अधीन भोजपुरी भाषा को शामिल करने के विरोध में कुछ संगठनों की ओर से मानव श्रृंखला बनाई गई थी। रास्ते में जाम होने के कारण भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष का काफिला फंस गया। इस दौरान पूर्व सांसद का काफिला देखकर कुछ लोगों ने घेर लिया। कार के पास आकर नारेबाजी करने लगे। लोगों की भीड़ देखकर पूर्व सांसद वाहन से नीचे उतर गए। लोगों को समझाया। कुछ आंदोलनकारियों से बात की। इसके बाद भी जब वह आगे नहीं जा सकेंगे तो गाड़ी में बैठकर वापस लौटने लगे। इसी दौरान कुछ लोग गाड़ी पर चढ़ गए।
भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पीछे से वाहन पर पथराव शुरू कर दिया। इसमें गाड़ी के शीशे टूट गए। जब चालक ने घटना का विरोध किया तो उसके साथ कुछ लोगों ने मारपीट की। बीच बचाव करने गए अंगरक्षक के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया। इसके बाद पूर्व सांसद किसी तरह वहां से निकले। पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराई। बताया कि आंदोलन में शामिल कुछ अराजक तत्वों के द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया है।
घटना के बाद पूर्व सांसद राय ने कहा कि उनके वाहन चालक ने सूझबूझ से काम नहीं लिया होता तो अंगरक्षक उदय मॉब लिचिंग के शिकार हो सकते थे। भाजपा नेता ने हमले की घटना के लिए शासन और प्रशासन दोनों को जिम्मेवार ठहराया है।